जमुई: झाझा रेफरल अस्पताल में वक्त पर इलाज नहीं मिलने के कारण मरीज ने कुर्सी पर ही दम तोड़ दिया. जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर सही समय पर इलाज मिलता तो मरीज जीवित होता. वहीं, मरीज के मौत पर डॉक्टर ने कहा कि जब तक मरीज का इलाज किया जाता तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
मिली जानकारी के अनुसार गिद्धौर के रहने वाले बालमुकुंद तांती को इलाज के लिए परिजनों ने झाझा रेफरल अस्पताल में भर्ती करवाया. परिजनों ने कहा कि बीमार व्यक्ति के इलाज के लिए वे लोग डॉक्टरों को ढूंढ़ते रहे, लेकिन कोई भी डॉक्टर समय पर मौजूद नहीं था. जिस कारण मरीज ने कुर्सी पर बैठे-बैठे दम तोड़ दिया.