जमुई: नदी की मिट्टी से महिलाएं पूजा के लिए वेदी बनाएंगी और फिर घाट के पास ही विधि विधान से पूजा-अर्चना करके सूर्य को अर्ध्य देंगी. चार दिवसीय महापर्व छठ पूजा में महज अब कुछ ही घंटे बचे हैं, लेकिन अब तक जमुई के कई छठ घाट का सही तरीके से निर्माण नहीं कराया गया. गुरुवार को शहर के त्रिपुरारी सिंह, खैरमा और हनुमान छठ घाटों पर अभी भी गंदी का अंबार लगा हुआ.
नहाय खाय कल, पर घाटों की सफाई नहींः नेम-निष्ठा के चार दिवसीय महापर्व की शुरुआत कल नहाय खाय से हो रही है. ऐसे में छठ घाटों पर साफ-सफाई और पवित्रता का खास ख्याल रखा जाता है, लेकिन जमुई में छठ घाटों की अभी तक सफाई नहीं हुई है. वहीं स्थानीय लोगों ने मांग है कि जिला प्रशासन जल्द छठ घाट का निर्माण कराए ताकि यहां पहुंचने वाले छठ वर्ती व श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना न करना पड़े. यह छठ घाट शहर के बीच में होने के कारण 4 से 5 लाख श्रद्धालु के पहुंचने की संभावना है.
जमुई में छठ घाटों पर गंदगी: स्थानीय विजय चौधरी ने बताया कि चार दिवसीय महापर्व छठ पूजा में महज अब कुछ ही घंटे बचे हैं, लेकिन अब तक त्रिपुरारी सिंह, खैरमा, हनुमान छठ घाट का सही तरीके से निर्माण नहीं कराया गया. जगह-जगह शव के अवशेष पड़े हुए है. क्योंकि यहां पर शमशान घाट भी है. नदी में शव के अवशेष पड़े हुए हैं, लेकिन अब तक इसकी सफाई नहीं की गई है. जिससे यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
"सभी घाटों में सफाई के साथ निर्माण कर लिया जाएगा. सभी छठ घाटों का जायजा ले लिया गया है. छठ पर्व से पहले सभी घाटों की सफाई कर ली जाएगी." - मृत्युंजय कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद
ये भी पढ़ें:
नगर परिषद अध्यक्ष ने छठ घाट का किया निरीक्षण, कहा- इस बार भी धूमधाम से मनेगा पर्व