जमुई: बिहार के जमुई में लघु सिंचाई व अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री डॉ. संतोष कुमार सुमन (Minor Irrigation Minister Santosh Kumar Suman ) का मुंगेर से पटना जाने के क्रम में स्थानीय कचहरी चौक पर कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया. इस दौरान लोगों ने उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया. साथ ही कार्यकर्ताओं ने हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा जिंदाबाद व डॉ संतोष सुमन जिंदाबाद के नारे लगाए. इस मौके पर मंत्री ने आनंद मोहन की रिहाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आनंद मोहन की रिहाई पर मायावती ने जो कहा वह उनका दूसरा एंगल है. अगर उन्होंने सजा पूरी कर ली है तो उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए.
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मुंगेर से पटना लौटने के क्रम में जमुई में स्वागतः गुरुवार को बिहार सरकार के लघु सिंचाई व अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री डॉ. संतोष कुमार सुमन गरीब संपर्क यात्रा सह गरीब जगाओ यात्रा कार्यक्रम को लेकर मुंगेर पहुंचे थे. वहां से पटना लौटने के क्रम में दोपहर बाद जमुई पहुंचे. जमुई में दर्जनों की संख्या में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि वैसे तो आनंद मोहन ने सजा काट ली है, लेकिन सरकार ने मैनुअल में जो बदलाव किया है, उसके आधार पर आनंद मोहन को रिहा किया गया है.
आनंद मोहन की रिहाई पर दी प्रतिक्रियाः संतोष कुमार सुमन ने कहा कि इस मामले में सरकार ने जो फैसला लिया है, वह न्याय संगत ही लिया होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि आनंद मोहन की रिहाई पर मायावती ने जो कहा है वह दूसरे एंगल पर उन्होंने बयान दिया है. उन्होंने कहा था कि जिनकी हत्या हुई थी वह दलित थे. इसलिए इन्हें नहीं छोड़ना चाहिए. इधर स्वागत करने वालों में दरोगी मांझी, समसुद्दीन अंसारी, चंदन कुशवाहा, सुधीर मंडल, बुल्लू कुमार सहित दर्जनों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे. इस दौरान संतोष कुमार सुमन का भव्य स्वागत किया गया.
"वैसे तो आनंद मोहन ने सजा काट ली है, लेकिन सरकार ने मैनुअल में जो बदलाव किया है, उसके आधार पर आनंद मोहन को रिहा किया गया है. इस मामले में सरकार ने जो फैसला लिया है, वह न्याय संगत ही लिया होगा. आनंद मोहन की रिहाई पर मायावती ने जो कहा, वह दूसरे एंगल से कहा. उनका कहना था कि जिनकी हत्या हुई वह दलित थे, इसलिए इन्हें नहीं छोड़ना चाहिए" -डॉ. संतोष कुमार सुमन, लघु सिंचाई व अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री