जमुई: जिले में अब तक 27 सौ प्रवासी मजदूरों को देश के अलग-अलग हिस्सों से लाकर क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है. वहीं, घटिया खाना मिलने से नाराज प्रवासी मजदूरों ने शहर के पॉलिटेक्निक कॉलेज में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में गुरुवार को जमकर हंगामा किया. मजदूरों ने बताया कि उन्हें मात्र एक समय का खाना दिया जा रहा है. वो भी घटिया किस्म का दिया जा रहा है.
मात्र एक समय का दिया जा रहा खाना
हंगामा कर रहे प्रवासी मजदूर मुकेश कुमार ने बताया कि उन्हें मात्र एक समय खाना दिया गया. वह भी घटिया किस्म. जो खाने के लायक नहीं था. लेकिन भूखे रहने के कारण उस खाना को लाचारी में खाया. मजदूरों ने जिला प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि उन्हें जांच के बाद घर जाया दिया जाए या तो उनके लिए जिला प्रशासन पूरी व्यवस्था करे.
'मजदूरों की परेशानी का किया गया हल'
इस मामले पर डीएम धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि गुरूवार की रात 500 से अधिक मजदूर जिले में आए थे. सभी मजदूरों को शहर के पॉलिटेक्निक कॉलेज में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया था. मजदूरों ने भोजन की परेशानी होने की बात कही. खाने की समस्या को हल कर लिया गया है. गौरतलब है कि लॉक डाउन के कारण 24 मार्च से ही देश के अलग-अलग राज्यों में प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं. जिस कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना भी पड़ रहा था. वहीं राज्य सरकार और केंद्र सरकार की मदद से फसे सभी प्रवासी मजदूरों को लाने की प्रक्रिया की शुरुआत की गई है. उसी के तहत जमुई जिले में भी जिला प्रशासन की ओर से सभी मजदूरों को बस के जरिए जिले में लाया जा रहा है. मजदूरों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है.