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ऐसे मिले थे नीतीश और तेजस्वी, चिराग का दावा- 'बिहार में मध्यावधि चुनाव तय'

बिहार के सीएम नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बंद कमरे में मुलाकात के बाद राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं. चिराग पासवान ने दावा किया है कि बिहार में मध्यावधि चुनाव होना तय है.

Mid Term Elections in Bihar
Mid Term Elections in Bihar
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Published : May 13, 2022, 7:52 PM IST

Updated : May 14, 2022, 9:33 AM IST

जमुई: लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान (LJPR President Chirag Paswan) अपने एक दिवसीय कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को जमुई पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव नहीं होगा बल्कि उससे पहले ही मध्यावधि चुनाव (Mid Term Elections in Bihar) होंगे. बता दें कि जय शगुन वाटिका में मिलन समारोह का आयोजन किया गया था जहां भाजपा से नाराज युवा भाजपा नेता राहुल भवेश सहित अन्य को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ज्वाइन कराया गया.

ये भी पढ़ें: बोले सांसद चिराग पासवान- 'सीएम नीतीश के इशारे पर मुकेश सहनी को बनाया गया बलि का बकरा'

चिराग ने कहा- 'बिहार में होगा मध्यावधि चुनाव': इस दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि मुझे बताइये कि 2017 से 2022 तक आपने कितनी बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नेता प्रतिपक्ष से ऐसे मुलाकात करते हुऐ देखा था. पहले भी तो इफ्तार , दही चूड़ा का कार्यक्रम हुआ होगा. कितनी बार मिलते देखा. सात सर्कुलर रोड से अगर पैदल आ सकते हैं तो पहले तो और नजदीक रहते थे. ये सारी चीजें बिहार में मध्यावधि चुनाव के संकेत दे रहे हैं.

चिराग ने 2004 की दिलायी याद: इस दौरान चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिस तरीके से आरजेडी की इफ्तार पार्टी में पैदल चलकर चले गए, ये विषय थोड़ा महत्वपूर्ण है. क्योंकि इसी तरह 2004 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी मेरे नेता रामविलास पासवान के आवास पर पैदल चलकर आईं थीं. उस वक्त इंडिया शाइनिंग चल रहा था और हम हम लोगों ने देखा था कि कैसे यूपीए वन की उस वक्त सरकार बनी थी.

"मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी कुर्सी बचाने को लेकर बंद कमरे में तेजस्वी यादव से मुलाकात की है और लोगों को इससे अचंभा नहीं होना चाहिए क्योंकि नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाने के लिए कभी भी पलटी मार सकते हैं. पहले भी नीतीश कुमार राजद के साथ जा चुके हैं. इसके बाद दोबारा बीजेपी के साथ हैं. किसी को पता नहीं चलता है कि कब नीतीश कुमार किस तरफ जा रहे हैं."- चिराग पासवान, जमुई सांसद

सीएम पर चिराग का हमला: चिराग ने कहा कि इससे पहले मुख्यमंत्री को कभी विशेष राज्य के दर्जे की मांग की जरूरत महसूस नहीं हुई. 17 साल से मुख्यमंत्री हैं. 05 बार के मुख्यमंत्री हैं. क्यों नहीं 2017 में जब सुबह-सुबह मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तब इस मुद्दे को उठाया था. उस समय भी मध्यावधि चुनाव में चले जाते. जब 2019 में लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री के साथ हर मंच साझा कर रहे थे, उस समय प्रधानमंत्री के बगल में बैठे थे पर्ची में लिखकर दे देते की सर ये विषेश राज्य के दर्जे की मांग है आप मंच से एनाउंस कीजिए कि आप चुनाव के बाद इसे करेंगे नहीं तो हम आपके समर्थन में चुनाव नहीं लड़ेंगे.

किसी जांच का कोई परिणाम निकला क्या? बीपीएससी पेपर लीक मामले पर उन्होंने कहा कि जांच करवा कर क्या फायदा है. इससे पहले भी कई बार कई तरह के एग्जाम के पेपर लिक हुए चुके हैं. उन्हें अब तक किसी भी मामले में कार्रवाई नहीं की गई है. चिराग पासवान ने कहा कि बिहार के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए कहा कि जो जांच एजेंसी मामले की जांच कर रही है उस पर भरोसा नहीं है. इस दौरान उन्होंने कहा कि बताइए नीतीश कुमार के कार्यकाल में इस तरह के कितने मामले आये, किन-किन जांचों में क्या हुआ, यह सब सबके सामने है. आजतक किसी मामलें में कोई परिणाम निकला क्या?

तेजस्वी के साथ सरकार बचाने के लिए हुई है मुलाकातः लंबे समय के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच बंद कमरे में जातिगत जनगणना को लेकर हुए बातचीत को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि बंद कमरे में हुए बातचीत में क्या जातिगत जनगणना के मुद्दे पर बातचीत नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाने को लेकर बंद कमरे में तेजस्वी यादव से मुलाकात किया है और लोगों को इससे अचंभा नहीं होना चाहिए क्योंकि नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाने के लिए कभी भी पलटी मार सकते हैं. पहले भी नीतीश कुमार राजद के साथ जा चुके हैं. इसके बाद दोबारा बीजेपी के साथ हैं. किसी को पता नहीं चलता है कि कब नीतीश कुमार किस तरफ जा रहे हैं.

पढ़ें- Inside Story : BPSC Paper Leak में आरा के इस कॉलेज की क्यों हो रही चर्चा?

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जमुई: लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान (LJPR President Chirag Paswan) अपने एक दिवसीय कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को जमुई पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव नहीं होगा बल्कि उससे पहले ही मध्यावधि चुनाव (Mid Term Elections in Bihar) होंगे. बता दें कि जय शगुन वाटिका में मिलन समारोह का आयोजन किया गया था जहां भाजपा से नाराज युवा भाजपा नेता राहुल भवेश सहित अन्य को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ज्वाइन कराया गया.

ये भी पढ़ें: बोले सांसद चिराग पासवान- 'सीएम नीतीश के इशारे पर मुकेश सहनी को बनाया गया बलि का बकरा'

चिराग ने कहा- 'बिहार में होगा मध्यावधि चुनाव': इस दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि मुझे बताइये कि 2017 से 2022 तक आपने कितनी बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नेता प्रतिपक्ष से ऐसे मुलाकात करते हुऐ देखा था. पहले भी तो इफ्तार , दही चूड़ा का कार्यक्रम हुआ होगा. कितनी बार मिलते देखा. सात सर्कुलर रोड से अगर पैदल आ सकते हैं तो पहले तो और नजदीक रहते थे. ये सारी चीजें बिहार में मध्यावधि चुनाव के संकेत दे रहे हैं.

चिराग ने 2004 की दिलायी याद: इस दौरान चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिस तरीके से आरजेडी की इफ्तार पार्टी में पैदल चलकर चले गए, ये विषय थोड़ा महत्वपूर्ण है. क्योंकि इसी तरह 2004 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी मेरे नेता रामविलास पासवान के आवास पर पैदल चलकर आईं थीं. उस वक्त इंडिया शाइनिंग चल रहा था और हम हम लोगों ने देखा था कि कैसे यूपीए वन की उस वक्त सरकार बनी थी.

"मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी कुर्सी बचाने को लेकर बंद कमरे में तेजस्वी यादव से मुलाकात की है और लोगों को इससे अचंभा नहीं होना चाहिए क्योंकि नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाने के लिए कभी भी पलटी मार सकते हैं. पहले भी नीतीश कुमार राजद के साथ जा चुके हैं. इसके बाद दोबारा बीजेपी के साथ हैं. किसी को पता नहीं चलता है कि कब नीतीश कुमार किस तरफ जा रहे हैं."- चिराग पासवान, जमुई सांसद

सीएम पर चिराग का हमला: चिराग ने कहा कि इससे पहले मुख्यमंत्री को कभी विशेष राज्य के दर्जे की मांग की जरूरत महसूस नहीं हुई. 17 साल से मुख्यमंत्री हैं. 05 बार के मुख्यमंत्री हैं. क्यों नहीं 2017 में जब सुबह-सुबह मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तब इस मुद्दे को उठाया था. उस समय भी मध्यावधि चुनाव में चले जाते. जब 2019 में लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री के साथ हर मंच साझा कर रहे थे, उस समय प्रधानमंत्री के बगल में बैठे थे पर्ची में लिखकर दे देते की सर ये विषेश राज्य के दर्जे की मांग है आप मंच से एनाउंस कीजिए कि आप चुनाव के बाद इसे करेंगे नहीं तो हम आपके समर्थन में चुनाव नहीं लड़ेंगे.

किसी जांच का कोई परिणाम निकला क्या? बीपीएससी पेपर लीक मामले पर उन्होंने कहा कि जांच करवा कर क्या फायदा है. इससे पहले भी कई बार कई तरह के एग्जाम के पेपर लिक हुए चुके हैं. उन्हें अब तक किसी भी मामले में कार्रवाई नहीं की गई है. चिराग पासवान ने कहा कि बिहार के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए कहा कि जो जांच एजेंसी मामले की जांच कर रही है उस पर भरोसा नहीं है. इस दौरान उन्होंने कहा कि बताइए नीतीश कुमार के कार्यकाल में इस तरह के कितने मामले आये, किन-किन जांचों में क्या हुआ, यह सब सबके सामने है. आजतक किसी मामलें में कोई परिणाम निकला क्या?

तेजस्वी के साथ सरकार बचाने के लिए हुई है मुलाकातः लंबे समय के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच बंद कमरे में जातिगत जनगणना को लेकर हुए बातचीत को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि बंद कमरे में हुए बातचीत में क्या जातिगत जनगणना के मुद्दे पर बातचीत नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाने को लेकर बंद कमरे में तेजस्वी यादव से मुलाकात किया है और लोगों को इससे अचंभा नहीं होना चाहिए क्योंकि नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाने के लिए कभी भी पलटी मार सकते हैं. पहले भी नीतीश कुमार राजद के साथ जा चुके हैं. इसके बाद दोबारा बीजेपी के साथ हैं. किसी को पता नहीं चलता है कि कब नीतीश कुमार किस तरफ जा रहे हैं.

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Last Updated : May 14, 2022, 9:33 AM IST
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