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सहरसा में बिजली की करंट से लाइनमैन की मौत, परिजनों ने एम्बुलेंस नहीं मिलने का लगाया आरोप

बिहार के सहरसा में ड्यूटी के दौरान करंट से लाइनमैन की मौत(Lineman dies) हो गई. परिजनों ने आरोप लगाया कि सदर अस्पताल से रेफर के तीन से चार घंटे तक एम्बुलेंस नहीं मिलने के कारण मौत हो गई. पढें पूरी खबर...

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Published : Oct 21, 2022, 11:11 PM IST

सहरसाः बिहार के सहरसा में ड्यूटी के दौरान करंट से लाइनमैन की मौत (Lineman dies due to current) हो गई. घटना सहरसा के बिराटपुर पावर हाउस(Power House) की बतायी जा रही है. मृतक की पहचान सोनवर्षा राज थाना क्षेत्र के देहद गांव निवासी सुमन कुमार सिंह के रूप में हुई. घटना को लेकर मृतक का पुत्र मिठू ने बताया कि शुक्रवार को पापा बिराटपुर पावर हाउस गए थे. बिजली ठीक करने के दौरान करंट लग गया. घटना के बाद नजदीक के पीएचसी ले गए, जहां डॉक्टर ने रेफर सदर अस्पताल रेफर कर दिया. इसके बाद सदर अस्पताल सहरसा से भी डीएमसीएच रेफर किया गया लेकिन एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं हो सकी. उन्होंने बताया कि तीन से चार घंटे तक एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं सकी जिससे पिताजी की मौत हो गयी.

यह भी पढेंः जमुई में दीपावली की पुताई के दौरान हादसा, करंट लगने से मजदूर की मौत

तीन से चार घंटे तक एम्बुलेंस नहीं मिलीः परिजनों ने आरोप लगाया कि सदर अस्पताल से रेफर के तीन से चार घंटे तक एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं सकी. कई बार अस्पताल प्रशासन से एंबुलेंस की मांग की गई लेकिन कोई पहल नहीं की गई. जिससे लाइनमैन की मौत हो गई. मृतक का पुत्र मिठू ने बताया कि अगर समय से एंबुलेंस मिल जाती तो शायद पिता की जान बच जाती. उसने प्रशासन से मामले में कार्रवाई करने की मांग की है.

अन्य मरीजों को भी समय से नहीं मिल पाती एबुलेंसः सहरसा सदर अस्पताल को कोशी का पीएमसीएच कहा जाता है पर यहां की स्थिति बद से बदतर है. यहां आए मरीजों का सिर्फ रेफर किया जाता है. वहीं रेफर किए गए मरीजों को ले जाने के लिए एबुलेंस नहीं मिल पाती है. इसका ताजा मामला सहरसा का है. जिसमें परिजनों ने एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं होने का आरोप लगाया है.

सहरसाः बिहार के सहरसा में ड्यूटी के दौरान करंट से लाइनमैन की मौत (Lineman dies due to current) हो गई. घटना सहरसा के बिराटपुर पावर हाउस(Power House) की बतायी जा रही है. मृतक की पहचान सोनवर्षा राज थाना क्षेत्र के देहद गांव निवासी सुमन कुमार सिंह के रूप में हुई. घटना को लेकर मृतक का पुत्र मिठू ने बताया कि शुक्रवार को पापा बिराटपुर पावर हाउस गए थे. बिजली ठीक करने के दौरान करंट लग गया. घटना के बाद नजदीक के पीएचसी ले गए, जहां डॉक्टर ने रेफर सदर अस्पताल रेफर कर दिया. इसके बाद सदर अस्पताल सहरसा से भी डीएमसीएच रेफर किया गया लेकिन एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं हो सकी. उन्होंने बताया कि तीन से चार घंटे तक एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं सकी जिससे पिताजी की मौत हो गयी.

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तीन से चार घंटे तक एम्बुलेंस नहीं मिलीः परिजनों ने आरोप लगाया कि सदर अस्पताल से रेफर के तीन से चार घंटे तक एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं सकी. कई बार अस्पताल प्रशासन से एंबुलेंस की मांग की गई लेकिन कोई पहल नहीं की गई. जिससे लाइनमैन की मौत हो गई. मृतक का पुत्र मिठू ने बताया कि अगर समय से एंबुलेंस मिल जाती तो शायद पिता की जान बच जाती. उसने प्रशासन से मामले में कार्रवाई करने की मांग की है.

अन्य मरीजों को भी समय से नहीं मिल पाती एबुलेंसः सहरसा सदर अस्पताल को कोशी का पीएमसीएच कहा जाता है पर यहां की स्थिति बद से बदतर है. यहां आए मरीजों का सिर्फ रेफर किया जाता है. वहीं रेफर किए गए मरीजों को ले जाने के लिए एबुलेंस नहीं मिल पाती है. इसका ताजा मामला सहरसा का है. जिसमें परिजनों ने एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं होने का आरोप लगाया है.

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