जमुई: जिले से लॉक डाउन के बीच पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आ रहा है. आरोप है कि अनुमंडल कार्यालय में कार्यरत आपूर्ति कार्यपालक पदाधिकारी प्रियंका कुमारी के साथ टाउन थाने की पुलिस ने मारपीट की है. मामला टाउन थाना अंतर्गत महराजगंज चौक का है. पीड़ित महिला अधिकारी जमुई अनुमंडल के अपने दफ्तर से पति के साथ घर लौट रही थी. इसी दौरान ग्श्ती पर निकले टाउन थाना प्रभारी ने मारपीट की. महिला का आरोप है कि पुलिस ने ये भी नहीं देखा कि वो गर्भवती है, और उनपर लाठी चला दी.
आपूर्ति कार्यपालक पदाधिकारी का थाना प्रभारी पर आरोप
जानकारी देते हुए पीड़ित महिला अधिकारी प्रियंका कुमारी ने बताया अभी राशन कार्ड का काम चल रहा है. मैं अपने कार्यालय से काम निपटाकर पति के साथ बाइक से घर लौट रही थी. तभी महाराजगंज चौक पर टाउन थाना प्रभारी सुभाष सिंह ने बाइक रूकवायी. तब मैने अपना आई-कार्ड भी दिखाया, एसडीओ साहब से बात भी करानी चाही, लेकिन ऑन डयूटी थाना प्रभारी सुभाष सिंह ने इनकार कर दिया. ड्यूटी के दौरान वो खुद भी सिविल ड्रेस में थे. थाना प्रभारी ने कहा कि हम एसडीओ, डीएम को नहीं जानते.
पुलिस ने 6 महीने की गर्भवती महिला पर चटकाई लाठियां
आपूर्ति कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि इसके बाद उन्होंने मेरे और मेरे पति के साथ दुर्व्यवहार किया और डंटे से पिटाई भी कर दी. यहां तक कि हमारी मदद के लिए पहुंचे कई कार्यालय कर्मी, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के साथ भी दुर्व्यवहार किया. उनके साथ भी मारपीट की, कार्ड दिखाने के बाद भी नहीं माने. थाना प्रभारी ने सभी की बाइक भी जब्त कर ली. उरन्होंने बेवजह हमारे साथ मारपीट की. इस बात का भी ख्याल नहीं किया कि मैं 6 महीने की प्रेगनेंट हूं मुझपर भी लाठी चला दी.
अधिकारियों ने साधी चुप्पी
पूरे मामले के बाद दर्जनों की संख्या में अनुमंडल कर्मी एसडीओ लखिन्द्र पासवान के आवास पर जुट गए. पुलिस प्रशासन से दोषी पर कड़ी कारवाई की मांग करने लगे. बाद में मौके पर एसडीओ लखिन्द्र पासवान और एसडीपीओ रामपुकार सिंह भी पहुंचे. दोनों पर मामले की लीपापोती करने की कोशिश का आरोप है. हालांकि पूरे मामले पर दोनों अधिकारियों ने मीडिया के सामने चुप्पी साध ली.