जमुई: जिले के चकाई प्रखंड के रामसिंहडीह पंचायत के रेनुवाडीह निवासी रोहड़ा मुर्मू की मौत तमिलनाडु में एक बंद कमरे में भूखे रहने के कारण हो गई. वहीं उसके अन्य मजदूर साथियों की भी हालत चिंताजनक है.
इस संबंध में मृतक की पत्नी बड़की सोरेन ने स्थानीय मुखिया कार्तिक प्रसाद के माध्यम से चकाई बीडीओ सुनील कुमार चांद को आवेदन देकर पति के मौत की जिम्मेदार कंपनी के मालिक पर कार्रवाई की मांग की. साथ ही मुआवजे की मांग भी की है.
तमिलनाडु में काम करते थे सभी
पीड़िता ने अपने आवेदन में बताया कि उसके पति रोहड़ा मुर्मू अपने गांव के अन्य साथियों सुशील मुर्मू, किशोर मुर्मु, प्रकाश मुर्मु, सुनील मुर्मु, दिलीप किस्कू, मोनोला हेंब्रम आदि के साथ तमिलनाडु राज्य के जिला आणिचल में बालाजी कम्पनी में काम करते थे. इसी बीच करीब एक सप्ताह पहले जब सभी मजदूर कमरे में सोये हुए थे तो कम्पनी के मालिक ने बाहर से ताला लगा दिया. जिस कारण वे सभी प्रवासी मजदूर 6 दिनों तक कमरे में भूखे प्यासे बेहोश पड़े रहे.
सभी को वापस लाने की मांग
जब इसकी जानकारी किसी ने पुलिस-प्रशासन को दी तो पुलिस ने उन सभी मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया. जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने रोहड़ा मुर्मु को मृत घोषित कर दिया. अन्य मजदूर अस्पताल में इलाजरत हैं. इस बाबत वहां फंसे अन्य मजदूर के परिजनों ने भी उन सभी को वापस घर लाने की मांग की है