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जमुई: रोक के बाद भी जारी है अवैध बालू खनन, प्रशासन बना मूकदर्शक - पुलिस वाले से सेटिंग

जमुई के दस प्रखंड अंतर्गत पड़ने वाले दर्जनों बालू घाटों से अवैध तरीके से बालू निकासी कर बेचा जा रहा है. ट्रैक्टर और जुगाड़ गाड़ी से शहर के किउल नदी के त्रिपुरारी धाट, हनुमान धाट, सतगामा, आदि जगहों से भी दिन-रात अवैध तरीके से बालू निकासी कर मुंह मांगी कीमत पर बेची जा रही है.

अवैध बालू खनन
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Published : Sep 10, 2019, 10:59 AM IST

जमुई: जमुई के दस प्रखंड अंतर्गत पड़ने वाले दर्जनों बालू घाटों से सरकार के पाबंदी के बावजूद जिला प्रशासन के नाक के नीचे से अमूमन सभी बालू घाटों पर धड़ल्ले से बालू की अवैध निकासी कर बिक्री की जा रही है. ट्रैक्टर और जुगाड़ गाड़ी से शहर के कीउल नदी के त्रिपुरारी धाट, हनुमान धाट, सतगामा, पतनेश्वर, आंजन पुल के साथ-साथ मनियड्डा, नवीनगर, मंझवें, प्रतापुर, लखापुर आदि जगहों से भी दिनरात अवैध तरीके से बालू निकासी कर मुंह मांगे कीमत पर बेचा जा रहा है. मामले में जिला प्रशासन की उदासीनता ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए है.

रोक के बाद भी जारी है अवैध बालू खनन

'सारा कारोबार जुगाड़ से चलता है'
पाबंदी होने के बाद भी बालू उठाते हो पुलिस का भय नहीं लगता इस सवाल पर जुगाड़ गाड़ी वाले ने ईटीवी भारत को बताया कि सारा कारोबार जुगाड़ से चलता है. पुलिस वाले से सेटिंग रहता है .प्रत्येक चक्कर एक जुगाड़ गाड़ी वाले को 100 रुपया देना पड़ता है. लेकिन कभी नए के फेरा में पड़ गए तो मार भी खाना पड़ता है. फिर धीरे-धीरे सब सेट कर लेते हैं.

jamui
घाट से निकाली गई बालू

'कड़ी कार्रवाई की जाएगी'
ईटीवी भारत की टीम पूरे मामले की जानकारी लेने जमुई जिला खनन पदाधिकारी अनिल कुमार से उनके कार्यालय में मिलने पहुंचा. खनन पदाधिकारी ने ये कहा कि जब-जब सूचना मिलती है कार्रवाई तो करते हैं इतना कहकर कार्यालय छोड़कर गाड़ी से निकल गए .बाद में जब जमुई एसडीओ लखिन्द्र पासवान के कार्यालय में पहुंचकर पूरी जानकारी देते हुए ईटीवी भारत ने बात की तो एसडीओ साहब का कहना था हमलोग कार्रवाई कर रहे हैं, पकड़ भी रहे हैं. अगर आपलोगों के पास जानकारी और वीडियो हो तो हमें दें कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

प्रशासन बना मूकदर्शक

'हथियारबंद गुंडे भी घूमते हैं'
बालू घाटों पर बालू माफिया और उनके लठैतों का पूरा साम्राज्य कायम रहता है. इनके हथियारबंद गुंडे भी घूमते हैं. दिन-रात अवैध तरीके से बालू निकालकर जब बीच गांव से तेज रफ्तार में गाड़ी गुजरता है तो ग्रामीणों के साथ हादसा भी हो चुका है. लेकिन बालू माफियायों का भय इतना कोई भी कैमरे के सामने आकर कुछ बोलने को तैयार नहीं है.

jamui
बालू माफियाओं के हौंसले बुलंद

जमुई: जमुई के दस प्रखंड अंतर्गत पड़ने वाले दर्जनों बालू घाटों से सरकार के पाबंदी के बावजूद जिला प्रशासन के नाक के नीचे से अमूमन सभी बालू घाटों पर धड़ल्ले से बालू की अवैध निकासी कर बिक्री की जा रही है. ट्रैक्टर और जुगाड़ गाड़ी से शहर के कीउल नदी के त्रिपुरारी धाट, हनुमान धाट, सतगामा, पतनेश्वर, आंजन पुल के साथ-साथ मनियड्डा, नवीनगर, मंझवें, प्रतापुर, लखापुर आदि जगहों से भी दिनरात अवैध तरीके से बालू निकासी कर मुंह मांगे कीमत पर बेचा जा रहा है. मामले में जिला प्रशासन की उदासीनता ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए है.

रोक के बाद भी जारी है अवैध बालू खनन

'सारा कारोबार जुगाड़ से चलता है'
पाबंदी होने के बाद भी बालू उठाते हो पुलिस का भय नहीं लगता इस सवाल पर जुगाड़ गाड़ी वाले ने ईटीवी भारत को बताया कि सारा कारोबार जुगाड़ से चलता है. पुलिस वाले से सेटिंग रहता है .प्रत्येक चक्कर एक जुगाड़ गाड़ी वाले को 100 रुपया देना पड़ता है. लेकिन कभी नए के फेरा में पड़ गए तो मार भी खाना पड़ता है. फिर धीरे-धीरे सब सेट कर लेते हैं.

jamui
घाट से निकाली गई बालू

'कड़ी कार्रवाई की जाएगी'
ईटीवी भारत की टीम पूरे मामले की जानकारी लेने जमुई जिला खनन पदाधिकारी अनिल कुमार से उनके कार्यालय में मिलने पहुंचा. खनन पदाधिकारी ने ये कहा कि जब-जब सूचना मिलती है कार्रवाई तो करते हैं इतना कहकर कार्यालय छोड़कर गाड़ी से निकल गए .बाद में जब जमुई एसडीओ लखिन्द्र पासवान के कार्यालय में पहुंचकर पूरी जानकारी देते हुए ईटीवी भारत ने बात की तो एसडीओ साहब का कहना था हमलोग कार्रवाई कर रहे हैं, पकड़ भी रहे हैं. अगर आपलोगों के पास जानकारी और वीडियो हो तो हमें दें कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

प्रशासन बना मूकदर्शक

'हथियारबंद गुंडे भी घूमते हैं'
बालू घाटों पर बालू माफिया और उनके लठैतों का पूरा साम्राज्य कायम रहता है. इनके हथियारबंद गुंडे भी घूमते हैं. दिन-रात अवैध तरीके से बालू निकालकर जब बीच गांव से तेज रफ्तार में गाड़ी गुजरता है तो ग्रामीणों के साथ हादसा भी हो चुका है. लेकिन बालू माफियायों का भय इतना कोई भी कैमरे के सामने आकर कुछ बोलने को तैयार नहीं है.

jamui
बालू माफियाओं के हौंसले बुलंद
Intro:जमुई " सरकार के पाबंदी के बाबजूद पुलिस के मेल से अमूमन सभी बालू धाटों पर धड़ल्ले से बालू की अवैध निकासी कर बिक्री की जा रही जिला प्रशासन का रवैया उदासीन "


Body:जमुई " सरकार के पाबंदी के बाबजूद अकेले जमुई प्रखंड अंतर्गत दर्जनों बालू धाट से दिनरात अनवरत अवैध तरीके से बालू निकासी कर बेचा जा रहा है पुलिस की मिलीभगत से जिला प्रशासन का रवैया उदासीन " ( एक्सक्लुसिव खबर )

जमुई etv bharat ने टाउन थाना अंतर्गत त्रिपुरारी धाट , हनुमान धाट पर जाकर अवैध तरीके से बालू निकासी करते देखा आप भी देखकर जानकर दंग रह जाऐंगे

जमुई के दस प्रखंड अंतर्गत पड़ने वाले दर्जनों बालू धाट से अवैध तरीके से बालू निकासी कर बेचा जा रहा है ट्रेक्टर और जुगाड़ गाड़ी से शहर के किउल नदी के त्रिपुरारी धाट , हनुमान धाट , सतगामा , पतनेश्वर , आंजन पूल के साथ - साथ मनियड्डा , नवीनगर , मंझवें , प्रतापुर , लखापुर आदि जगहों से भी दिनरात अवैध तरीके से बालू निकासी कर मुंहमांगे कीमत पर बेचा जा रहा है

एक ट्रेक्टर बालू की कीमत 2500 से 3000 तक और एक जुगाड़ गाड़ी बालू की कीमत 500 से 600 रूपया लिया जा रहा है

बालू धाटों पर माफिया और उसके लठैत भी रहते है मौजूद जो लेवर मजदूर लगाकर बालू का टीला बनाकर रखते है नदी में फिर वही से हरेक बालू के टीले का डाक होता है मुंहमांगे कीमत पर खरीददार ट्रैक्टर मालिक जुगाड़ गाड़ी वाले खरीदे गए बालू को शहर के बिभिन्न इलाके के साथ - साथ गांव में भी ले जाकर जरूरतमंद के बीच मुंहमांगे कीमत पर बेच देते है

बालू धाट पर जुगाड़ गाड़ी पर बोरी में बालू लाद रहे लोगों ने etv bharat को बताया की एक जुगाड़ गाड़ी पर 25 से 30 बोरा बालू एक बार में लोड किया जाता है जिसे आसानी से शहर के बिभिन्न इलाकों में ले जाकर बेच देते है प्रत्येक दिन एक जुगाड़ गाड़ी बालू धाट का चार चक्कर लगाता है एक बालू धाट से अमूमन 50 जुगाड़ गाड़ी अवैध तरीके से बालू का उठाव करते है

etv bharat ने पूछा पाबंदी है फिर भी बालू उठाते हो पुलिस का भय नहीं लगता ----------------------------------------------------------------------------
जुगाड़ गाड़ी वाले ने etv bharat को वैसे तो सारा कारोबार जुगाड़ से चलता है पुलिस वाले से सेटिंग रहता है प्रत्येक चक्कर एक जुगाड़ गाड़ी वाले को 100 रूपया देना पड़ता है लेकिन कभी नए के फेरा में पड़ गए तो मार खाना पड़ता है शुरुआत में फिर धीरे - धीरे सब सेट कर लेते है

सूत्र की अगर माने तो ट्रैक्टर वाले को भी पुलिस को सप्ताह का 5000 देना पड़ता है और उधर से दिन और निर्धारित समय बताया जाता है किस दिन कितने बजे से कितने बजे तक बालू की अवैध निकासी कर बेच सकते है

पूरे मामले पर जानकारी बयान लेने जब जमुई जिला खनन पदाधिकारी अनिल कुमार से उनके कार्यालय कक्ष में मिलने etv bharat पहुंचा तो खनन पदाधिकारी कार्यालय छोड़कर गाड़ी से निकल गए ये कहते हुए की जब - जब सूचना मिलती है कारवाई तो करते है

बाद में जब जमुई एसडीओ लखिन्द्र पासवान ने उनके कार्यालय कक्ष में पहुंचकर पुरी जानकारी देते हुए etv bharat ने वाइट लिया तो एसडीओ साहब का कहना था हमलोग कारवाई कर रहे है पकड़ भी रहे है अगर आपलोगों के पास जानकारी वीडियो हो तो कृपया हमें दे अवश्य कड़ी कारवाई करेंगे

जिला खनन पदाधिकारी अनिल कुमार के रवैये पर जब रिपोर्टर ने एसडीओ को जानकारी दी तो उनका कहना था इनके बारे में जमुई जिलाधिकारी को लिखित रूप से दे रहे है

बालू धाटों पर बालू माफिया और उनके लठैतों का पूरा साम्राज्य कायम रहता है इनके हथियारबंद गुंड़े भी धुमते है दिनरात अवैध तरीके से बालू निकालकर जब बीच गांव से तेज रफ्तार में गाड़ी गुजरता है तो ग्रामीणों के साथ भी हादसा हो चुका है लेकिन भय इतना कोई भी कैमरे के सामने आकर कुछ बोलने को तैयार नहीं

खबर बनाने के दौरान बालू निकासी कर रहे लोगों ने माफिया को सूचना दे दी दर्जनों लोगों ने खबर बना रहे रिपोर्टर को भी धेरने का प्रयास किया किसी तरह परिचित के सहयोग से रिपोर्टर मौके से निकल पाया

वाइट ------ धाटों से बालू निकाल रहा जुगाड़ गाड़ी वाला

वाइट ----- एसडीओ लखिन्द्र पासवान

पीटूसी ---- बालू धाट से रिपोर्टर

राजेश जमुई


Conclusion:जमुई " सरकार के पाबंदी के बाबजूद पुलिस के मेल से अमूमन सभी बालू धाटों पर धड़ल्ले से बालू की अवैध निकासी कर बिक्री की जा रही जिला प्रशासन का रवैया उदासीन "
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