जमुई: बिहार के जमुई में एक युवती समाहरणालय के सामने धरना पर बैठ (Girl sitting on dharna in front of Collectorate in Jamui) गई. युवती ने कुछ लोगों पर छेड़खानी का आरोप लगाया है. वह वहां बैठकर अपने साथ हुए अन्याय के खिलाफ न्याय मांग रही थी. वह काफी देर तक समाहरणालय के गेट के सामने बैठी रही. इसके बाद महिलापुलिस कर्मी उसे उठाकर एसपी के पास ले गए. एसपी ने आश्वासन दिया तब जाकर महिला का धरना खत्म हुआ.
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जमुई में एसपी ऑफिस के बाहर धरने पर बैठी युवती: समाहरणालय के गेट के सामने धरने पर बैठी युवती ने कहा कि मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है. तीन लोग मेरे साथ छेड़खानी कर रहे हैं. थाने में भी मेरी बात नहीं सुनी जा रही है. गांव से भी मुझे परिवार के साथ बहिष्कार कर दिया गया है. मेरे पीछे गुंडे को लगाया गया है. वहीं शराब के खरीदार भी मुझे तंग करते है. अब मुझे बस न्याय चाहिए.
2012 से मेरे परिवार को किया जा रहा प्रताड़ितः युवती ने बताया कि तीन मेरे साथ बहुत सारी समस्याएं हैं. इसको लेकर में धरने पर बैठी हूं. मुझे न्याय चाहिए. 2012 में जगह जमीन को लेकर झंझट हुआ था तो राजेश बेसरा और उसके परिवार ने हमारे परिवार को गांव से बहिष्कृत करवा दिया. उस समय से हमलोग अपना गांव छोड़कर झाझा रेलवे कॉलनी के पास रह रहे हैं. अब तीन लोग मुझसे छेड़खानी कर रहे हैं. राजेश बेसरा, अर्जुन यादव एक और राजेश बेसरा का पिता जासो बेसरा दारू के खरीदार को लेकर मेरे पास आते हैं.
तीन लोग करते हैं छेड़खानीः तीनों मेरे घर के पास रेलवे काॅलोनी आते हैं और सबसे कहतें है कि इस लड़की के साथ तुमलोगों को जो करना है करो. हमलोग या हमारा समाज कुछ नहीं बोलेगा. उसी दिन से अर्जुन यादव लगातार मुझसे छेड़खानी कर रहा है. मुझे जो लोग प्रताड़ित कर रहे हैं, सभी को सजा मिलनी चाहिए. इसी मांग के साथ धरना पर बैठे हैं. थाना में जाते हैं तो सुनवाई नहीं होती है. इसलिए पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाने आए हैं.
थाने में भी नहीं सुनी गई शिकायतः युवती ने कहा अर्जुन यादव जो झाझा रेलवे आवास के पास रहता है. वह बहुत दिनों से मेरे साथ छेड़खानी कर रहा है. इस मामले को लेकर जब शिकायत करने थाना गए थे, तो मेरी शिकायत नहीं सुनी गई. अब तो अर्जुन यादव ने मेरे पीछे गुंडा भी लगा दिया है. मुझे न्याय चाहिए. युवती को महिला पुलिसकर्मी समाहरणालय कैम्पस के अंदर स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय ले गए. वहां पुलिस अधीक्षक डॉ. शौर्य सुमन से मिलवाया. युवती से पूरी जानकारी लेने के बाद पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच पड़ताल करवाकर कारवाई का आश्वासन दिया.
"2012 से ही प्रताड़ित किया जा रहा है. जगह जमीन को लेकर झंझट हुआ था तो राजेश बेसरा और उसके परिवार ने हमारे परिवार को गांव से बहिष्कृत करवा दिया. उस समय से हमलोग अपना गांव छोड़कर झाझा रेलवे कॉलनी के पास रह रहे हैं. अर्जुन यादव जो झाझा रेलवे आवास के पास रहता है. वह बहुत दिनों से मेरे साथ छेड़खानी कर रहा है. इस मामले को लेकर जब शिकायत करने थाना गए थे, तो मेरी शिकायत नहीं सुनी गई" - पीड़ित, युवती