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जमुई: किया गया अगहनी धान फसल कटनी प्रयोग, कई पदाधिकारी रहे मौजूद

राज्य सरकार की ओर से पंचायत स्तरीय फसल कटनी प्रयोग निर्धारित किया गया है. इसी क्रम में जमुई के खैरा प्रखंड में धान फसल कटनी की शुरुआत की गई.

जमुई
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Published : Nov 6, 2020, 5:32 PM IST

जमुई(डुमरकोला): जिले के अमारी पंचायत अंतर्गत डुमरकोला गांव में अगहनी धान कटनी प्रयोग किया गया. इस दौरान सवा डिसमिल जमीन में धान की फसल का पदाधिकारियों ने निरीक्षण किया. डुमरकोला गांव में कृषि पदाधिकारियों की ओर से फसल सहायता योजना अंतर्गत बीडीओ, कृषि पदाधिकारी और जिला सांख्यकी पदाधिकारी के धान फसल कटनी का शुभारंभ किया.

मौके पर प्रभारी सहायक सांख्यकी पदाधिकारी अरशद सरीफ ने कहा कि सहायता योजना अंतर्गत प्रत्येक कृषि वर्ष में धान, गेहूं, मक्का पर पंचायत स्तरीय फसल कटनी प्रयोग राज्य सरकार की ओर से निर्धारित किया गया है. यह अगहनी धान, गेहूं और भदई मकई तीन फसल बिहार राज्य फसल सहायता योजना अंतर्गत अधिसूचित है. प्रत्येक पंचायत में यह कटनी प्रयोग कराया जाता है.

क्या है फायदा
इसके पीछे की मंशा यह है कि छोटे स्तर पर अगर कटनी प्रयोग कराया जाए तो उसकी गुणवत्ता काफी बढ़ जाती है इसलिए पंचायत स्तर पर इसको लागू किया गया है. पंचायत स्तर पर किसानों को नुकसान हुए फसलों का लाभ दिलाने के लिए इस प्रकार की योजना है. अगहनी धान कटनी प्रयोग सवा डिसमिल जमीन में लगे फसल का किया जाता है.

सरकार की ओर से की जाती है मदद
सांख्यिकी पदाधिकारी ने बताया यह प्रयोग 10 मीटर गुणे 5 मीटर क्षेत्र (सवा डिसमिल ) जमीन में लगे फसल का किया जाता है. इस कटनी प्रयोग के आधार पर ऐवरेज निकालकर उत्पादन का आकलन किया जाता है. यह उत्पादन का आंकलन राज्य सरकार सभी जिलों से प्राप्त कर भारत सरकार को भेजती है. उसके आधार पर सरकार खाद्य नीति का आंकलन करती है.

क्या कहते हैं किसान?
मौके पर डुमरकोला गांव के किसान अजय यादव सहित दर्जनों ने बताया 6 हजार सालाना किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है. धान की फसल इस वर्ष अच्छी हुई है. लेकिन बाढ़ के कारण कहीं-कहीं फसलों में बीमारी लग गई है.

जमुई(डुमरकोला): जिले के अमारी पंचायत अंतर्गत डुमरकोला गांव में अगहनी धान कटनी प्रयोग किया गया. इस दौरान सवा डिसमिल जमीन में धान की फसल का पदाधिकारियों ने निरीक्षण किया. डुमरकोला गांव में कृषि पदाधिकारियों की ओर से फसल सहायता योजना अंतर्गत बीडीओ, कृषि पदाधिकारी और जिला सांख्यकी पदाधिकारी के धान फसल कटनी का शुभारंभ किया.

मौके पर प्रभारी सहायक सांख्यकी पदाधिकारी अरशद सरीफ ने कहा कि सहायता योजना अंतर्गत प्रत्येक कृषि वर्ष में धान, गेहूं, मक्का पर पंचायत स्तरीय फसल कटनी प्रयोग राज्य सरकार की ओर से निर्धारित किया गया है. यह अगहनी धान, गेहूं और भदई मकई तीन फसल बिहार राज्य फसल सहायता योजना अंतर्गत अधिसूचित है. प्रत्येक पंचायत में यह कटनी प्रयोग कराया जाता है.

क्या है फायदा
इसके पीछे की मंशा यह है कि छोटे स्तर पर अगर कटनी प्रयोग कराया जाए तो उसकी गुणवत्ता काफी बढ़ जाती है इसलिए पंचायत स्तर पर इसको लागू किया गया है. पंचायत स्तर पर किसानों को नुकसान हुए फसलों का लाभ दिलाने के लिए इस प्रकार की योजना है. अगहनी धान कटनी प्रयोग सवा डिसमिल जमीन में लगे फसल का किया जाता है.

सरकार की ओर से की जाती है मदद
सांख्यिकी पदाधिकारी ने बताया यह प्रयोग 10 मीटर गुणे 5 मीटर क्षेत्र (सवा डिसमिल ) जमीन में लगे फसल का किया जाता है. इस कटनी प्रयोग के आधार पर ऐवरेज निकालकर उत्पादन का आकलन किया जाता है. यह उत्पादन का आंकलन राज्य सरकार सभी जिलों से प्राप्त कर भारत सरकार को भेजती है. उसके आधार पर सरकार खाद्य नीति का आंकलन करती है.

क्या कहते हैं किसान?
मौके पर डुमरकोला गांव के किसान अजय यादव सहित दर्जनों ने बताया 6 हजार सालाना किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है. धान की फसल इस वर्ष अच्छी हुई है. लेकिन बाढ़ के कारण कहीं-कहीं फसलों में बीमारी लग गई है.

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