जमुई: मंगलवार देर रात जिले में कोरोना के पहले मामले की पुष्टि हुई. यहां 22 वर्षीय युवक संक्रमित पाया गया है. मरीज खैरा प्रखंड के कोडवाडीह गांव का रहने वाला है. हाल ही में वो परिवार के साथ मुंबई से लौटा था. डीएम धर्मेंद्र कुमार ने इसकी जानकारी दी.
19 लोग लौटे थे मुबंई से
बताया जाता है कि पीड़ित परिवार सहित मुबंई में रहता था. वहां ऑटो चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता था. 11 मई को परिवार सहित 19 लोग दो ऑटो में सवार हो कर गांव लौटे थे. ग्रामीणों को इसकी जानकारी मिली तो सभी ने इसका विरोध किया और जिला प्रशासन को इसकी सूचना दी. फिर प्रशासन ने सभी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां से सैंपल लेकर जांच के लिए पटना भेजा गया.
लोगों में हड़कंप
मंगलवार को आई रिपोर्ट में वो युवक पॉजिटिव पाया गया. इसके बाद ग्रामीणों सहित प्रशासन में हड़कंप मच गया. उसके घर सहित पूरे गांव को सील कर दिया गया है. हैरानी की बात ये है कि पीड़ित में कोरोना का कोई लक्षण नहीं दिख रहा है. वहीं, गांव के कुछ शरारती तत्वों ने कोरोना संक्रमित की पहचान उजागर करते हुए सोशल मीडिया पर उसकी तस्वीर और नाम वायरल कर दिया. डीएम ने तत्काल सभी को पोस्ट हटाने का निर्देश देते हुए कहा कि सोशल मीडिया से पोस्ट नहीं हटाई गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
जमुई में भी दी कोरोना ने दस्तक
बता दें कि बिहार में कोरोना के पहले मरीज की पुष्टि के 50 दिनों तक जमुई में कोरोना का एक भी मामला नहीं आया था. तब जमुई छोड़ प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना के मरीजों सामने आ चुके थे. लेकिन मंगलवार को यहां भी मामला आ गया. जिसके साथ ही प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना संक्रमण के फैलने की पुष्टि हो गई.