जमुई: बिहार के जमुई (Drought In Bihar) में जल्द सूखे से जूझ रहे किसानों को राहत मिलेगी. शुक्रवार को जमुई के जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने बरहट और लक्ष्मीपुर प्रखंड के अंचल कार्यालय का औचक निरीक्षण किया.औचक निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि एक सप्ताह के अंदर सभी योग्य लाभुकों का नाम जोड़ने की प्रक्रिया को पूर्ण करते हुए आधार सत्यापन का कार्य शत प्रतिशत कराना सुनिश्चित करें ताकि पीड़ित किसानों को जल्द से जल्द सुखाड़ राहत अनुदान राशि उपलब्ध करायी जा सके.
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योग्य व्यक्तियों का नाम छूटे नहीं : जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि किसी भी परिस्थिति में योग्य व्यक्तियों का नाम छूटे नहीं. अयोग्य व्यक्तियों का नाम संबंधित पोर्टल पर जुड़े नहीं. किसी प्रकार की त्रुटि एवं अनियमितता पाए जाने पर संबंधितों पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने आपदा से पीड़ित किसानों से बातचीत कर जल्द से जल्द सुखाड़ राहत अनुदान राशि दिलाने का भरोसा दिलाया।
10 प्रखंडों के गांव घोषित किया गया है सूखाग्रस्त : बिहार राज्य में अल्प और अनियमित वर्षा पात के फलस्वरूप उत्पन्न सुखाड़ की स्थिति में जमुई जिले के 10 प्रखंडों के अंतर्गत आने वाले सभी प्रभावित गांव, टोलों एवं बसावट को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है. सभी पीड़ित परिवारों को अनुदान के रूप में ₹3500 अनुग्राहिक राहत सीधे उनके खातों में हस्तांतरित की जाएगा. जिला पदाधिकारी महोदय के द्वारा अंचल अधिकारी बरहट एवं लक्ष्मीपुर को निर्देशित किया गया कि अविलंब त्रुटिहीन डाटा इंट्री के कार्य को ससमय पूर्ण कराना सुनिश्चित करें.
"एक सप्ताह के अंदर सभी योग्य लाभुकों का नाम जोड़ने की प्रक्रिया को पूर्ण करते हुए आधार सत्यापन का कार्य शत प्रतिशत कराना सुनिश्चित करें ताकि पीड़ित किसानों को जल्द से जल्द सुखाड़ राहत अनुदान राशि उपलब्ध कराया जा सके." -अवनीश कुमार सिंह, डीएम, जमुई
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