जमुई: पूरे देश में 21 दिनों की लॉक डाउन घोषित है. इससे दैनिक मजदूरों की परेशानी काफी बढ़ गई है. प्रदेश में भूखमरी से बचने के लिए कई प्रदेशों से बिहारी मजदूर पहुंच रहे हैं. जिले में ऐसे मजदूरों के लिए पांच सौ लोगों को रखने के लिए एक शिविर तैयार किया गया है.
जिले के चकाई फाल्गुनी प्रसाद सिंह महाविद्यालय में शिविर बनाया गया है. यहां बाहर से आने वाले मजदूरों को रखा जाएगा. प्रशासन के तरफ से खाने-पीने की भी व्यवस्था भी की गई है. राहत कैंप में रह रहे मजदूर बंगाल, समस्तीपुर, दरभंगा, औरंगाबाद सहित बिहार के कई जिलों के मजदूर रह रहे हैं.
राहत कैंप शिविर का डीएम ने किया निरीक्षण
डीएम धर्मेंद्र कुमार ने राहत कैंप शिविर पहुंचे. वहां मजदूरों के लिए तैयार व्यवस्था का निरीक्षण किया. डीएम ने वहां रह रहे मजदूरों को आश्वासन देते हुए कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है. लॉक डाउन ही खत्म होते ही सभी को ग्रह जिला भेज दिया जाएगा. साथ ही उन्होंने बताया कि यदि इस दौरान किसी प्रकार की कोई कठिनाई होगी, उनसे संपंर्क कर सकते हैं. किसी को कोई बीमारी का लक्षण महसूस हो, तो चिकित्सक को तुरंत बताएं.