जमुई: बंजारा परिवार के लोग लॉकडाउन के कारण इन दिनों काफी परेशान हैं. किसी तरह अपनी जीविका चलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. बंजारा परिवार के लोगों ने बताया कि वे लोग झाझा से पैदल ही चले हैं और अपने गंतव्य की ओर जा रहे हैं. इस दौरान लॉकडाउन में उन लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
खाने-पीने को लेकर समस्या
सीमा ने बताया कि वे लोग जड़ी-बूटी, मधु आदि बेचकर अपने परिवार का और बच्चों का गुजर-बसर करते हैं. लेकिन पिछले 3 महीने से लॉकडाउन लग जाने के कारण ना तो उनकी जड़ी-बूटी बिक रही है और ना ही उनका मधु बिक रहा है. जिससे उन लोगों के समक्ष काफी गंभीर स्थिति पैदा हो गई है. उन लोगों के पास खाने-पीने के लिए कोई साधन नहीं है.
जड़ी-बूटी बेचकर गुजारा
झाझा से पैदल ही छोटे-छोटे बच्चों को लेकर आ रही सीमा ने बताया कि वे लोग काफी लाचार हैं. इस लॉकडाउन में किसी तरह अपना जीवन यापन करने को विवश हैं. सीमा ने बताया कि वे लोग इसी तरह घूम-घूम कर सड़क किनारे होटल और ढाबों के किनारे जड़ी-बूटी, मधु आदि बेचकर अपना गुजारा चलाते हैं. लेकिन लॉकडाउन के कारण उन लोगों की स्थिति काफी गंभीर हो गई है.
लॉकडाउन में बढ़ी परेशानी
इस कारण वे लोग पैदल ही झाझा से चकाई पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि वे लोग अब चकाई में ही कुछ दिन रहेंगे. खुले आसमान के नीचे रहकर अपने जिंदगी की गाड़ी को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे. सीमा के साथ करीब 50 से 60 बच्चे, बूढ़े और नौजवान युवक-युवतियां भी थे. जो लॉकडाउन में अपने जीने का सहारा खोज रहे थे.