जमुई: वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से बचाव को लेकर इस्लाम धर्म का पवित्र त्योहार बकरीद के मौके पर लोगों ने अपने अपने घरों में नमाज अदा किया. इस दौरान लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का बखूबी पालन किया. साथ सरकार की तरफ से लॉकडाउन को लेकर जारी किए गए गाइडलाइन का भी पालन किया.
बकरीद पर्व का है अपना महत्व
बताया जाता है कि इस्लाम धर्म के पवित्र किताब कुरान में बकरीद के बारे में वर्णन किया गया है. बकरीद का पर्व अल्लाह के नबी हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम की याद में मनाया जाता है. बकरीद पर्व में एक और जहां मुस्लिम समुदाय के लोग हज करने के लिए सबसे पवित्र स्थल मक्का मदीना जाते हैं. तो वहीं इस दिन लोग घरों में कुर्बानी करते हैं और कुर्बानी के मांस को तीन भागों में बांट देते हैं. एक भाग गरीब-मजबूर आदि को दिया जाता है तो वहीं दूसरा अपने परिजनों में बांटा जाता है और तीसरा और अंतिम हिस्सा खुद रख लिया जाता है..
घरों में बनते हैं लजीज पकवान
इस दिन लोग खुशियां मनाते हैं और घरों में तरह-तरह के पकवान बनाते हैं. जैसे सेवईयां, नक्शा, कुल्चा, दहीवरा आदि. बकरीद के पर्व के दिन सुबह से ही मुस्लिम समुदाय के लोग स्नान कर नए-नए कपड़े पहन कर मस्जिद व ईदगाह में जाकर दो रकात नमाज ईद उल अजहा की वाजिब अदा करते हैं. बकरीद के पर्व के दिन बच्चों को बड़ों के द्वारा परवी के रूप में पैसे बांटे जाते हैं. बकरीद पर्व के दिन लोग जब नमाज अदा कर लेते हैं तो एक दूसरे से गले मिलकर बकरीद की बधाई देते हैं.