जमुई: बालिका अंतराष्ट्रीय दिवस 2019 पर नक्सल प्रभावित पिछड़े इलाके की लड़की बेबी को एक दिन का डीपीएम बनाया गया. जिला स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अब बेबी महिलाओं और किशोरियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेंगी. इसके साथ ही जिला स्वास्थ्य विभाग को कुछ सुझाव भी देंगी. जिस पर अमल कर सरकार महिलाओं और किशोरियों के लिए चलाए जा रहे विकास योजनाओं का लाभ सुदूर ग्रामीणों तक पहुंचाएगी.
कनाडा दूतावास का बनाया गया था उच्चायुक्त
इसके पहले समाज की कुरीतियों से लड़ाई के लिए और समाज में जागरुकता फैलाने के लिए बेबी को एक दिन का दिल्ली के कनाडा दूतावास का उच्चायुक्त भी बनाया जा चुका है. वहीं, 2019 लोकसभा में जागरुकता के लिए भी बेबी को जिले का स्वीप आइकॉन बनाया गया था. छोटी सी उम्र में ही पिछड़े इलाके की लड़की बेबी ने बाल विवाह, दहेज प्रथा, नशा मुक्ति, लड़का-लड़की का भेदभाव आदि के खिलाफ न सिर्फ जंग छेड़ दी थी. बल्कि अपने हम उम्र लड़कियों को जोड़कर गांव-गांव घूमकर लोगों को जागरूक भी करने लगी थी.
गरीब बच्चों को भी पढ़ाती हैं निःशुल्क
बेबी गरीबी और आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की रहते हुए भी पढ़ाई कर गांव की पहली इंटर पास छात्रा बन गई है. वो खुद भी पढ़ाई कर रही है और गरीब बच्चों को भी निःशुल्क पढ़ा रही है. गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करने वाले सुदूर गांव की बेबी आज लड़कियों के लिए प्रेरणा बन गई है. उसके प्रयास से पिछड़े इलाकों के परिवार अपने बच्चों को स्कूल भेजने लगे हैं. बेबी ड्रॉप ऑउट बच्चों को फिर से स्कूल भी पहुंचाती हैं.
'बुलंद हौसले के साथ आगे बढ़ते रहना है'
बेबी ने बताया कि लड़कियों को हमेशा आगे बढ़ने का प्रयास करते रहना चाहिए. दुनिया और समाज बोलता है और बोलता ही रहेगा. हमें हाथ पर हाथ धरे बैठे नहीं रहना है. हम लड़कियों को आत्मविश्वास बनाए रखना है और अनवरत बुलंद हौसले के साथ आगे बढ़ते रहना है.
'बेबी जैसी लड़कियां अभिमान हैं'
वहीं, दलित विकास विंदू प्लान इंडिया के संचालक नवीन कुमार ने बताया कि जमुई जिले की बेटी बेबी जैसी लड़कियां अभिमान हैं और स्वाभिमान हैं. बेबी ने आज अपने कार्य कौशल से राज्य और देश में जो मुकाम हासिल किया है, उससे हम लोगों को भी सीखने का मौका मिलता है, इनसे युवतियां सीख ले रही हैं.
एक दिन का बनाया गया डीपीएम
वहीं, जमुई स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम सुधांशू नारायण लाल ने कहा कि सरकार इनीमिया मुक्त भारत, किशोरियों और महिलाओं को लेकर कई विकास योजनाएं चला रही हैं. उन्होंने कहा कि बेबी युवाओं की आदर्श बन चुकी हैं. उन्हें एक दिन का डीपीएम बनाया गया है, वह जो भी सुझाव देंगी, उस पर अमल किया जाएगा.