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अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस: नक्सल प्रभावित इलाके की बेबी को बनाया गया जमुई का एक दिन का DPM

बेबी गरीबी और आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की रहते हुए भी पढ़ाई कर गांव की पहली इंटर पास छात्रा बन गई है. वो खुद भी पढ़ाई कर रही है और गरीब बच्चों को भी निःशुल्क पढ़ा रही है.

नक्सल प्रभावित इलाके की बेबी को बनाया गया एक दिन का डीपीएम
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Published : Oct 11, 2019, 10:41 PM IST

जमुई: बालिका अंतराष्ट्रीय दिवस 2019 पर नक्सल प्रभावित पिछड़े इलाके की लड़की बेबी को एक दिन का डीपीएम बनाया गया. जिला स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अब बेबी महिलाओं और किशोरियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेंगी. इसके साथ ही जिला स्वास्थ्य विभाग को कुछ सुझाव भी देंगी. जिस पर अमल कर सरकार महिलाओं और किशोरियों के लिए चलाए जा रहे विकास योजनाओं का लाभ सुदूर ग्रामीणों तक पहुंचाएगी.

कनाडा दूतावास का बनाया गया था उच्चायुक्त
इसके पहले समाज की कुरीतियों से लड़ाई के लिए और समाज में जागरुकता फैलाने के लिए बेबी को एक दिन का दिल्ली के कनाडा दूतावास का उच्चायुक्त भी बनाया जा चुका है. वहीं, 2019 लोकसभा में जागरुकता के लिए भी बेबी को जिले का स्वीप आइकॉन बनाया गया था. छोटी सी उम्र में ही पिछड़े इलाके की लड़की बेबी ने बाल विवाह, दहेज प्रथा, नशा मुक्ति, लड़का-लड़की का भेदभाव आदि के खिलाफ न सिर्फ जंग छेड़ दी थी. बल्कि अपने हम उम्र लड़कियों को जोड़कर गांव-गांव घूमकर लोगों को जागरूक भी करने लगी थी.

International Girl's Day program in jamui
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर कार्यक्रम का किया गया आयोजन

गरीब बच्चों को भी पढ़ाती हैं निःशुल्क
बेबी गरीबी और आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की रहते हुए भी पढ़ाई कर गांव की पहली इंटर पास छात्रा बन गई है. वो खुद भी पढ़ाई कर रही है और गरीब बच्चों को भी निःशुल्क पढ़ा रही है. गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करने वाले सुदूर गांव की बेबी आज लड़कियों के लिए प्रेरणा बन गई है. उसके प्रयास से पिछड़े इलाकों के परिवार अपने बच्चों को स्कूल भेजने लगे हैं. बेबी ड्रॉप ऑउट बच्चों को फिर से स्कूल भी पहुंचाती हैं.

International Girl's Day program in jamui
नक्सल प्रभावित इलाके की बेबी को बनाया गया एक दिन का डीपीएम

'बुलंद हौसले के साथ आगे बढ़ते रहना है'
बेबी ने बताया कि लड़कियों को हमेशा आगे बढ़ने का प्रयास करते रहना चाहिए. दुनिया और समाज बोलता है और बोलता ही रहेगा. हमें हाथ पर हाथ धरे बैठे नहीं रहना है. हम लड़कियों को आत्मविश्वास बनाए रखना है और अनवरत बुलंद हौसले के साथ आगे बढ़ते रहना है.

डीपीएम सुधांशू नारायण लाल का बयान

'बेबी जैसी लड़कियां अभिमान हैं'
वहीं, दलित विकास विंदू प्लान इंडिया के संचालक नवीन कुमार ने बताया कि जमुई जिले की बेटी बेबी जैसी लड़कियां अभिमान हैं और स्वाभिमान हैं. बेबी ने आज अपने कार्य कौशल से राज्य और देश में जो मुकाम हासिल किया है, उससे हम लोगों को भी सीखने का मौका मिलता है, इनसे युवतियां सीख ले रही हैं.

एक दिन का बनाया गया डीपीएम
वहीं, जमुई स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम सुधांशू नारायण लाल ने कहा कि सरकार इनीमिया मुक्त भारत, किशोरियों और महिलाओं को लेकर कई विकास योजनाएं चला रही हैं. उन्होंने कहा कि बेबी युवाओं की आदर्श बन चुकी हैं. उन्हें एक दिन का डीपीएम बनाया गया है, वह जो भी सुझाव देंगी, उस पर अमल किया जाएगा.

जमुई: बालिका अंतराष्ट्रीय दिवस 2019 पर नक्सल प्रभावित पिछड़े इलाके की लड़की बेबी को एक दिन का डीपीएम बनाया गया. जिला स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अब बेबी महिलाओं और किशोरियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेंगी. इसके साथ ही जिला स्वास्थ्य विभाग को कुछ सुझाव भी देंगी. जिस पर अमल कर सरकार महिलाओं और किशोरियों के लिए चलाए जा रहे विकास योजनाओं का लाभ सुदूर ग्रामीणों तक पहुंचाएगी.

कनाडा दूतावास का बनाया गया था उच्चायुक्त
इसके पहले समाज की कुरीतियों से लड़ाई के लिए और समाज में जागरुकता फैलाने के लिए बेबी को एक दिन का दिल्ली के कनाडा दूतावास का उच्चायुक्त भी बनाया जा चुका है. वहीं, 2019 लोकसभा में जागरुकता के लिए भी बेबी को जिले का स्वीप आइकॉन बनाया गया था. छोटी सी उम्र में ही पिछड़े इलाके की लड़की बेबी ने बाल विवाह, दहेज प्रथा, नशा मुक्ति, लड़का-लड़की का भेदभाव आदि के खिलाफ न सिर्फ जंग छेड़ दी थी. बल्कि अपने हम उम्र लड़कियों को जोड़कर गांव-गांव घूमकर लोगों को जागरूक भी करने लगी थी.

International Girl's Day program in jamui
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर कार्यक्रम का किया गया आयोजन

गरीब बच्चों को भी पढ़ाती हैं निःशुल्क
बेबी गरीबी और आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की रहते हुए भी पढ़ाई कर गांव की पहली इंटर पास छात्रा बन गई है. वो खुद भी पढ़ाई कर रही है और गरीब बच्चों को भी निःशुल्क पढ़ा रही है. गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करने वाले सुदूर गांव की बेबी आज लड़कियों के लिए प्रेरणा बन गई है. उसके प्रयास से पिछड़े इलाकों के परिवार अपने बच्चों को स्कूल भेजने लगे हैं. बेबी ड्रॉप ऑउट बच्चों को फिर से स्कूल भी पहुंचाती हैं.

International Girl's Day program in jamui
नक्सल प्रभावित इलाके की बेबी को बनाया गया एक दिन का डीपीएम

'बुलंद हौसले के साथ आगे बढ़ते रहना है'
बेबी ने बताया कि लड़कियों को हमेशा आगे बढ़ने का प्रयास करते रहना चाहिए. दुनिया और समाज बोलता है और बोलता ही रहेगा. हमें हाथ पर हाथ धरे बैठे नहीं रहना है. हम लड़कियों को आत्मविश्वास बनाए रखना है और अनवरत बुलंद हौसले के साथ आगे बढ़ते रहना है.

डीपीएम सुधांशू नारायण लाल का बयान

'बेबी जैसी लड़कियां अभिमान हैं'
वहीं, दलित विकास विंदू प्लान इंडिया के संचालक नवीन कुमार ने बताया कि जमुई जिले की बेटी बेबी जैसी लड़कियां अभिमान हैं और स्वाभिमान हैं. बेबी ने आज अपने कार्य कौशल से राज्य और देश में जो मुकाम हासिल किया है, उससे हम लोगों को भी सीखने का मौका मिलता है, इनसे युवतियां सीख ले रही हैं.

एक दिन का बनाया गया डीपीएम
वहीं, जमुई स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम सुधांशू नारायण लाल ने कहा कि सरकार इनीमिया मुक्त भारत, किशोरियों और महिलाओं को लेकर कई विकास योजनाएं चला रही हैं. उन्होंने कहा कि बेबी युवाओं की आदर्श बन चुकी हैं. उन्हें एक दिन का डीपीएम बनाया गया है, वह जो भी सुझाव देंगी, उस पर अमल किया जाएगा.

Intro:जमुई ( स्पेशल खबर ) 2019 महिला अंतराष्ट्रीय दिवस पर नक्सल प्रभावित पिछड़े इलाके की लड़की ' बेबी ' को एक दिन का डीपीएम बनाया गया जिला स्वास्थ्य विभाग के तरफ से अब बेबी महिलाओं , किशोरियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेंगी साथ ही जिला स्वास्थ्य विभाग को भी कुछ सुझाव देंगी जिसपर अमल कर सरकार के द्वारा महिलाओं किशोरियों के लिए चलाए जा रहे विकास योजनाओं का लाभ सुदूर ग्रामीणों तक पहुंच सके इसके पूर्व समाज की कुरितियों से लड़ाई के लिए और समाज में जागरूकता फैलाने के लिए " बेबी को एक दिन का कनाडा उच्चायुक्त भी बनाया गया है 2019 लोकसभा में जागरूकता के लिए जिले का स्वीप आइकॉन भी बनाया गया था "


Body:जमुई ( स्पेशल खबर ) 2019 महिला अंतराष्ट्रीय दिवस पर नक्सल प्रभावित पिछड़े इलाके की लड़की ' बेबी ' को एक दिन का डीपीएम बनाया गया जिला स्वास्थ्य विभाग के तरफ से अब बेबी महिलाओं , किशोरियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेंगी साथ ही जिला स्वास्थ्य विभाग को भी कुछ सुझाव देंगी जिसपर अमल कर सरकार के द्वारा महिलाओं किशोरियों के लिए चलाए जा रहे विकास योजनाओं का लाभ सुदूर ग्रामीणों तक पहुंच सके इसके पूर्व समाज की कुरितियों से लड़ाई के लिए और समाज में जागरूकता फैलाने के लिए " बेबी को एक दिन का कनाडा उच्चायुक्त भी बनाया गया है 2019 लोकसभा में जागरूकता के लिए जिले का स्वीप आइकॉन भी बनाया गया था "

जमुई आज अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस 2019 पर जिले के अति नक्सल प्रभावित इलाका खैरा थाना क्षेत्र के ' टिटहियां ' गांव के ' बेबी ' को एक दिन का DPM बनाया गया बेबी इससे पहले दिल्ली स्थित कनाडा दुतावास की उच्चायुक्त भी एक दिन के लिए बनाया गया था 2019 लोकसभा चुनाव में बेबी को जिले का ' स्वीप आइकॉन ' भी बनाया गया था लोगों को जागरूक करने के लिए

छोटी सी उम्र में ही पिछड़े इलाके की लड़की ' बेबी ' ने सामाजिक कुरीतियों ( बाल विवाह , दहेज प्रथा , नशामुक्ति , लड़का - लड़की का भेदभाव ) आदि के खिलाफ न सिर्फ खुद अपने जंग छेड़ दी थी बल्कि अपने हम उम्र लड़कियों को भी जोड़कर गांव - गांव धुम - धुमकर लोगों को जागरूक करने लगी गरीबी और आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की रहते हुए भी पढ़ाई करते हुए गांव की पहली इंटर पास छात्रा बन गई " खुद भी पढ़ाई कर रही है और गरीब बच्चो को निःशुल्क पढ़ा भी रही है "

गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करनेवाले सुदूर गांव की ' बेटी बेबी ' आज लड़कियों के लिए प्रेरणा बन गई है इनके प्रयास से पिछड़े इलाकों के परिवार अपने बच्चो को स्कूल भेजने लगे बेबी ड्रॉप ऑउट बच्चो को फिर से स्कूल पहुंचाती है खुद पढ़ाई करते हुए ग्रामीण बच्चे बच्चियों को निःशुल्क शिक्षा देती है

नक्सल प्रभावित इलाके की बेटी बेबी के अनुसार
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लड़कियां अपनी क्षमता और आत्मविश्वास बनाए रखे जो आगे बढ़ने का प्रयास करता है उसी को रोका जाता है रोकने से हौसला और बुलंद होता है आगे बढ़ते रहने की सीख मिलती है करते है कुछ तब भी कुछ करते है तब भी दुनियां और समाज बोलता है बोलता ही रहेगा हमे हाथ पर हाथ धरे बैठे नहीं रहना है हम लड़कियों को आत्मविश्वास बनाए रखना है अनवरत आगे बढ़ते रहना है बुलंद हौसले के साथ

आज एक दिन का DPM बनाया गया ' बेबी ' को
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बेबी --- एनेमिक लड़कियां और महिलाएं ज्यादा है अब स्वास्थ्य के लिए भी महिलाओं किशोरियों को जागरूक करेंगी महिलाएं किशोरियां संकोच न करें समाज के ' भ्रांति ' को तोड़ना होगा अपने स्वास्थ्य के लिए सजग रहना होगा ' हमारा शरीर हमारा अधिकार ' शिक्षा स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा तभी स्वास्थ्य समाज का निर्माण होगा

दलित विकास विंदू प्लान इंडिया जो सरकार के साथ मिलकर कई योजनाओं को लेकर ग्रामीण नक्सल प्रभावित पिछड़े इलाकों में जागरूकता अभियान चला रही है इससे भी जुड़ी है ' बेबी '
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दलित विकास विंदू प्लान इंड़िया के संचालक नवीन कुमार के अनुसार ---- जमुई जिले की ' बेटी बेबी ' जैसी लड़कियां अभियान है और स्वाभिमान है बेबी आज अपने कार्य कौशल से राज्य में देश में जो मुकाम हासिल किया है हमलोगों को भी सीखने का मौका मिलता है इनसे युवतियां सीख ले रही है

जमुई स्वास्थ्य विभाग के DPM सुधांशू नारायण लाल
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इनीमिया मुक्त भारत , किशोरियों को लेकर , महिलाओं को लेकर सरकार के कई कार्यक्रम विकास योजनाएं चलाई जा रही है ' बेबी ' आज युवाओं का आदर्श बन चुकी है आज एक दिन का डीपीएम बनाया गया है जो भी सुझाव देंगी उसपर अमल किया जाऐगा

वाइट ------- ' बेबी '
वाइट ------- दलित विकास विंदू प्लान इंडिया के संचालक
वाइट -------- डीपीएम स्वास्थ्य विभाग

राजेश जमुई


Conclusion:जमुई ( स्पेशल खबर ) 2019 महिला अंतराष्ट्रीय दिवस पर नक्सल प्रभावित पिछड़े इलाके की लड़की ' बेबी ' को एक दिन का डीपीएम बनाया गया जिला स्वास्थ्य विभाग के तरफ से अब बेबी महिलाओं , किशोरियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेंगी साथ ही जिला स्वास्थ्य विभाग को भी कुछ सुझाव देंगी जिसपर अमल कर सरकार के द्वारा महिलाओं किशोरियों के लिए चलाए जा रहे विकास योजनाओं का लाभ सुदूर ग्रामीणों तक पहुंच सके इसके पूर्व समाज की कुरितियों से लड़ाई के लिए और समाज में जागरूकता फैलाने के लिए " बेबी को एक दिन का कनाडा उच्चायुक्त भी बनाया गया है 2019 लोकसभा में जागरूकता के लिए जिले का स्वीप आइकॉन भी बनाया गया था "
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