गोपालगंज: जिले के हथुआ थाने के सोहागपुर के विजय प्रसाद उर्फ नेमधारी उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से आये प्रलय का शिकार हो गए. इस आपदा के बाद से वो लापता है. वे बिजली परियोजना में कार्यरत थे. कंपनी के ड्राइवर ने परिजनों को इसकी सूचना देने के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है.
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
लापता विजय प्रसाद की पत्नी रमिता देवी तीन बच्चों के साथ गांव पर ही मां बाप के साथ रहती है. इस घटना के बाद उनका भी रो-रोकर बुरा हाल है. उनके दरवजे पर ग्रामीणों की भीड़ का जमावड़ा लग गया. वहीं, उनकी पत्नी के भाई ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द उनकी तलाश की जाए.
बिजली परियोजना में थे कार्यरत
बता दें कि उत्तराखंड में करीब सात साल बाद फिर से एक बार जलप्रलय हुआ है. जिसमें देवभूमि तपोवन में ग्लेशियर टूटने से ऋषिगंगा में एक बार फिर प्रलय रूप धारण कर लिया. जिसमें डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों के लापता होने की खबर है. जिसमें हथुआ थाने के सोहागपुर गांव का विजय कुमार उर्फ नेमधारी प्रसाद तपोवन के बिजली परियोजना में कार्यरत थे. जिनका पता नहीं चल पा रहा है.
कल शाम परियोजना के ड्राइवर ने परिजनों को फोन कर घटना की जानकारी दी थी. जिसके बाद कल से ही परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. विजय प्रसाद के दो लड़के और एक 6 माह की बेटी है. उनकी पत्नी और बूढ़ी मां का रो-रोकर बुरा हाल है. नेमधारी घर का एकलौता कमाने वाला था. उसका एक छोटा भाई मानसिक तौर पर बीमार है.