गोपालगंज: जिले के समाहरणालय परिसर में उस समय अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया, जब एक महिला समाहरणालय परिसर में पहुंचकर झंडोत्तोलन के पूर्व आत्मदाह करने की कोशिश की. महिला के किये गए इस हरकत को देख, मौके पर मौजूद पुलिसकर्मीयों ने तत्काल उसे हिरासत में ले लिया है. महिला श्रीपुर ओपी के दुबे बतरहां के निवासी भृगुनाथ तिवारी की पत्नी गौतम देवी है.
बता दें कि गोपालगंज समाहरणालय में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ध्वजारोहण के लिए कई लोग मौजूद थे. वहीं पुलिकर्मी और अधिकारी ध्वजारोहण में शामिल होने के लिए मौजूद थे. उसी समय एक महिला किरोसिन तेल लेकर समाहरणालय परिसर में पहुंच कर तेल अपने शरीर पर डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की. वहीं मौके पर मौजूद महिला पुलिसकर्मी ने उसके बचाकर हिरासत में ले लिया. इस घटना में मौके पर अफरा-तफरी का महौल कायम हो गया. घटना के दौरान महिला चीख-चीखकर डीएम और एसपी के सामने नगर थाने के इंस्पेक्टर पर दो लाख रुपये लेकर अपहर्ताओं को छोड़ने का आरोप लगाया.
मामले में पुलिस ने नहीं की FIR दर्ज
बताया जाता है कि पीड़ित महिला फुलवरिया थाने के दुबे बतरहां के निवासी भृगुनाथ तिवारी की पत्नी गौतम देवी है. महिला का कहना है कि 22 जुलाई को उसकी नाबालिग बेटी का अपहरण नगर थाने के पोस्ट ऑफिस चौक के पास से कर लिया गया. नगर थाने में जब इन ममाले को लेकर पहुंची तो पुलिस ने एफआइआर दर्ज करने को मना कर दिया. इस बीच अपहृर्ताओं ने फोन कर दो लाख रुपये की मांग करते हुए पैसा के साथ दहीभाता पुल के समीप बुलाया. परिजन जब वहां पहुंचे तो अगवा किशोरी और अपहरणकर्ता बोलेरो में थे.
महिला ने लगाया पुलिस पर आरोप
अपहर्ताओं को देख शोर करने पर आसपास के ग्रामीण पहुंचे और बोलेरो के साथ अपहर्ता को पकड़कर पुलिस को सूचना दी. नगर थाने की पुलिस दहीभाता में पहुंची और अपहर्ता व किशोरी को बोलेरो के साथ थाना लेकर आयी. पीड़ित महिला का आरोप है कि पुलिस ने कार्रवाई न करके दोनों अपहर्ताओं को छोड़ दिया. जिसके बाद तीन अगस्त को मुजफ्फरपुर से अपहर्ताओं ने आकर महिला के घर फुलवरिया के दुबे बतरहां से दो नाबालिग बेटियों का जबरन अपहरण कर लिया. महिला ने आरोप लगाया कि इस मामले में फुलवरिया और नगर थाने में भी शिकायत किया गया है लेकिन एफआइआर तक दर्ज नहीं की गई है.