गोपालगंज: जिले के सदर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत हरपुर पंचायत के ग्रामीणों ने नेताओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. उनका कहना था कि पहले रोड और नाला उसके बाद वोट की बात होगी. ग्रामीणों ने वर्तमान विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग सिर्फ चुनाव के वक्त गांव आते हैं और वादा करके चले जाते हैं. आजादी के 70 साल से भी ज्यादा बीतने के बाद भी ग्रामीण रोड और नाला से वंचित हैं.
वोट का बहिष्कार करने का फैसला
जिले के विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत हरपुर पंचायत के ग्रामीणों ने रोड और पुल के निर्माण को लेकर वोट का बहिष्कार करने का फैसला लिया है. ग्रामीणों ने रोड और पुल के निमार्ण की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया और वर्तमान विधायक सुभाष सिंह पर आरोप भी लगाया है. ग्रामीणों ने कहा कि पिछले पंद्रह वर्षो से यहां का प्रतिनिधित्व करते आ रहे है लेकिन हर चुनाव में वादा किया जाता है, लेकिन इस पंचायत के लोगो की समस्या पर चुनाव जीतने के बाद कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.
गोपालगंज में नेताओं के प्रवेश पर लगाया प्रतिबंध, कहा- 'पहले रोड, फिर वोट' - हरपुर पंचायत में नेताओं के प्रवेश पर प्रतिबंध
जिले में आजादी के 70 सालों बाद भी सड़क और पुल का निर्माण नहीं हो सका है. वहीं इस वर्ष ग्रामीणों ने निर्णय लेते हुए कहा है कि 'पहले रोड फिर वोट'. ग्रामीणों ने विधायक सिर्फ चुनाव के दौरान ही गांव में आते हैं, उसके बाद नजर भी नहीं आते हैं.
गोपालगंज: जिले के सदर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत हरपुर पंचायत के ग्रामीणों ने नेताओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. उनका कहना था कि पहले रोड और नाला उसके बाद वोट की बात होगी. ग्रामीणों ने वर्तमान विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग सिर्फ चुनाव के वक्त गांव आते हैं और वादा करके चले जाते हैं. आजादी के 70 साल से भी ज्यादा बीतने के बाद भी ग्रामीण रोड और नाला से वंचित हैं.
वोट का बहिष्कार करने का फैसला
जिले के विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत हरपुर पंचायत के ग्रामीणों ने रोड और पुल के निर्माण को लेकर वोट का बहिष्कार करने का फैसला लिया है. ग्रामीणों ने रोड और पुल के निमार्ण की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया और वर्तमान विधायक सुभाष सिंह पर आरोप भी लगाया है. ग्रामीणों ने कहा कि पिछले पंद्रह वर्षो से यहां का प्रतिनिधित्व करते आ रहे है लेकिन हर चुनाव में वादा किया जाता है, लेकिन इस पंचायत के लोगो की समस्या पर चुनाव जीतने के बाद कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.