गोपालगंज: जिला मुख्यालय के शिक्षा विभाग परिसर में तीन साल से वेतन नहीं मिलने को लेकर शिक्षक ने आमरण अनशन किया. अनशन पर बैठे शिक्षक ने हर वो दरवाजा खटखटाया जहां से उम्मीद थी. इसके बावजूद उन्हे वेतन नहीं मिला. यहां तक कि हाई कोर्ट का आदेश आने के बाद भी वेतन का भुगतान नहीं किया गया.
तीन साल से नही मिल रहा वेतन
बता दें कि सदर प्रखंड के विशुनपुर पंचायत के प्राथमिक विद्यालय भोजली में कार्यरत ओसिहर प्रसाद को तीन साल से वेतन नहीं मिल रहा है. जिसको लेकर वह कई अधिकारियों से मिले. लेकिन किसी ने इनकी बात नहीं सुनी. मजबूरन ये शिक्षक पिछले 27 अप्रैल से आमरण अनशन पर बैठ कर वेतन की मांग कर रहे हैं. शिक्षक ने बताया कि लॉकडाउन के पहले जब स्कूल खुलता था तब मैं रोजाना समय से स्कूल जाता था. इसके बावजूद मेरा वेतन बंद कर दिया गया है. इसके लिए कई बार वे डीएम समेत मुख्यमंत्री से गुहार लगा चुके हैं. लेकिन डीपीओ मेरे वेतन का भुगतान नहीं कर रहे हैं.
मांगे पूरी नहीं होने पर करेंगे आत्मदाह
शिक्षक ने कहा कि बार बार शिक्षा विभाग में गुहार लगने के बाद डीपीओ ने चेक तो काट दिया, लेकिन उसका भुगतान करने के एवज में 20 प्रतिशत कमीशन की मांग करते हैं. इसके बाद हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जहां से भुगतान का आदेश हुआ. लेकिन अभी तक भुगतान नहीं किया गया. ऐसे में इस लॉकडाउन में भूखों मरने के कगार पर पहुंच गये हैं. जिससे मजबूरन मैं आमरण अनशन पर बैठा हूं. इसके बावजूद भी कोई नहीं सुनेगा तो चार दिन बाद पूरे परिवार के साथ आत्मदाह कर लूंगा, जिसका जवाबदेह डीपीओ और डीईओ होंगे.