गोपालगंज: नगर थाना क्षेत्र के साधु चौक स्थित सरेया वार्ड नं 3 निवासी एक व्यक्ति अस्पताल के सिस्टम के भेंट चढ़ गया. बाद में उसकी मौत हो जाने के बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने उसे अंतिम संस्कार के लिए उसके घर भेज दिया. दरअसल कोरोना संक्रामण का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. लोग सांस की समस्या लेकर अस्पताल इस उम्मीद के साथ पहुंचते हैं, कि उन्हे डॉक्टरों द्वारा स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि सदर अस्पताल का सिस्टम लोगों के जान बचाने के बजाए जान लेने पर उतारू हैं.
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समय पर इलाज नहीं मिलने पर मरीज की मौत
ताजा मामला उस वक्त की है, जब नगर थाना क्षेत्र के सरेया वार्ड नं 3 निवासी गणेश शर्मा को सांस लेने में तकलीफ होने पर सुबह इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन लचर स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण उसका इलाज नहीं हो पाया और वो मौत को गले लगा लिया. परिजनों का आरोप है कि इलाज कराने जब अस्पताल पहुंचा तब डॉक्टर अपने चेंबर में नहीं थे.
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एक ही घर में 2 लोगों की मौत
करीब 2 घण्टा तक डॉक्टर का इंतजार किया गया. लेकिन डॉक्टर नही आये. बाद में पता चला कि जिस डॉक्टर की ड्यूटी थी, वो कोरोना पॉजिटिव थे. ऐसे में डॉक्टर के बिना मरीज तड़पता रहा और अंततः उसकी मौत हो गई. बता दें कि दिन पूर्व भी मृतक के पुत्र की कोरोना से ही मौत हुई थी, तब डॉक्टर कार्य का बहिष्कार किये थे, लेकिन आज उसकी मौत हो गई. एक साथ एक ही घर से दो-दो व्यक्ति का शव निकलने से पूरे मोहल्ले का माहौल गमगीन हो गया है.