गोपालगंज : बिहार के गोपालगंज में स्टेशन रोड स्थित डीएवी हाई स्कूल के पास सोमवार की रात मची भगदड़ मामले में जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने जांच के निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया की हद से ज्यादा भीड़ होने और भीड़ में लोगों का सेल्फी लेने की होड़ हादसे की मुख्य वजह बनी है. इस पूरे मामले को लेकर जिलाधिकारी और एसपी समेत विभिन्न अधिकारियों ने पूजा समिति के सदस्यों के साथ बैठक कर कई दिशा निर्देश दिए.
ये भी पढ़ें : Gopalganj Stampede Video: गोपालगंज हादसे का वीडियो आया सामने, देखिए कैसे मचा था कोहराम, चीख रही थीं महिलाएं
डीएम ने की सभी पूजा समितियों के साथ बैठक: मालूम हो कि सोमवार की रात हुई भगदड़ में एक मासूम बच्चा और दो वृद्ध महिला की मौत हो गई थी. मौत होने के बाद मौके पर अफरा तफरी का महौल कायम हो गया. वहीं इस हादसे में 20 लोग घायल हो गए. इसमें कुछ लोगों को बेहतर ईलाज के लिए पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. वहीं इस हादसे के बाद जिलाधिकारी की अध्यक्षता में पूजा समिति के लोगों के साथ बैठक की गई. बैठक के दौरान डीएम ने पूजा समिति के लोगों को कई दिशा निर्देश दिए.
श्रद्धालुओं के लिए रूट चार्ट जारी : डीएम ने कहा कि आज के दशहरा पूजा दर्शन के लिए रूट चार्ट जारी किया गया हैं. राजा दल पूजा पंडाल में जाने वाले स्टेशन रोड होते हुए कौशल्या चौक होते हुए बाहर निकलेंगे. इसके अलावा भी उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर लोगों द्वारा सड़क किनारे भंडारा चलाया जा रहा है. उसको लेकर भी निर्देश जारी किया गया है. भंडारा चलाने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेनी होगी. लोग देर शाम के बजाए दिन में ही परिवार के साथ दर्शन पूजा कर लें, हालंकि इसको लेकर कोई समय निर्धारित नहीं किया गया है.
"हादसे को लेकर जांच टीम गठित की गई है. सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल वीडियो का भी सहारा लिया जाएगा. शाम की ट्रेन से शहर में अचानक भीड़ बढ़ गयी थी. ज्यादा भीड़ भी हादसे की एक वजह है. छोटी-छोटी दुकानें जाम की स्थिति उत्पन कर देती हैं. इन दुकानों को लगाने के लिए पूजा पंडाल से अलग जगह दी जाएगी. ताकि उसपर निर्भर लोग अपनी रोजी रोटी का काम कर सकें. इससे मेला में आने वाले लोगों को भोजन भी मुहैया हो सकेगी."-डॉ नवल किशोर चौधरी, डीएम
श्रद्धालुओं को नहीं होगी कोई दिक्कत : डीएम ने कहा कि मेला में आने वाले लोगों को किसी तरह की समस्या उत्पन्न होने पर जिला प्रशासन की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करने की सलाह दी जा रही है. किसी का बच्चा गुम होने की स्थिति में वह सदर अस्पताल में पहुंचकर अपने बच्चे से मिल सकते हैं. इसके लिए सदर अस्पताल में एक कमरा चिह्नित कर टीम को लगाया गया है. मेले में तैनात एनसीसी और स्काउट गाइड के बच्चों की संख्या बढ़ा दी गई है. वहीं पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने कहा कि राजा दल जैसे बड़े पंडालों को बड़े मैदान में स्थापित करने की जरूरत है.