गोपालगंज: सावन के शुभ अवसर पर श्रद्धालु भगवान शिव को खुश करने में लगे हुए हैं. वहीं, सावन के आखिरी सोमवार पर जिले के शिव शम्भू नाथ मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े. यहां दूर-दूर से आए हजारों शिव भक्तों ने भोले को जल चढ़ाकर मंगलकामनाएं मांगी.
पूरी होती है मनोकामना
जिला मुख्यालय से 28 किलोमीटर दूर कुसौंधी गांव में स्थित यह शिव मंदिर जिले का सुप्रसिद्ध मंदिर है. बतादें कि सावन के दौरान यहां भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने को पहुंचते हैं. लोगों का मानना है कि मंदिर के शिवलिंग पर 5 सोमवार लगातार जल चढ़ाने से हर मनोकामना पूरी होती है. वहीं, मंदिर में सावन के अलावा अन्य दिनों में भी भक्तों का तांता लगा रहता है.
2 सौ साल पुराना है मंदिर
मंदिर के पुजारी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि यह मंदिर 2 सौ सालों से भी ज्यादा पुराना है. मंदिर परिसर में सैंकड़ो साल पुराना एक तालाब भी है. जिसमें मछलियां पली हुई हैं. अगर कोई इस तालाब को गंदा करता है या मछलियो को नुकसान पहुंचाता है तो उसका नुकसान होना निश्चित है.
'शिव ने दिया था सपना'
मंदिर के पुजारी बताते हैं कि मंदिर का इसका इतिहास मुगल साम्राज्य से भी पहले का है. बहुत पहले मुगलों द्वारा इस मंदिर को तोड़कर विलुप्त कर दिया गया था. वहीं, अंग्रेजों के शासन काल के दौरान गांव के हथुआ महाराज को सपना दिया था. सपने में उन्हें शिव ने बताया था कि यहां शिवलिंग मौजूद है. जिसके बाद महाराज द्वारा जगह की खुदाई करवाई गई. जिसमें एक शिवलिंग मिला. वहीं, महाराज द्वारा मंदिर का पुन: जीर्णोद्धार कर शिवलिंग की स्थापना की गई. तब से लेकर आज तक यह मंदिर आस्था का केंद्र बना हुआ है.