गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. यहां डकैती के एक बड़े मामले का खुलासा (Robbery Case exposed in Gopalganj) हुआ है. जिसमें सीआरपीएफ से बर्खास्त जवान सहित पांच आरोपी (Five Robbers Arrested IN Gopalganj) गिरफ्तार हुए हैं. आरोपियों के पास से लूट के रुपये, गहने और हथियार भी बरामद किए गए हैं. डकैती का यह मामला नगर थाना क्षेत्र के आजाद नगर वार्ड नम्बर 22 का है. जिसे बीते 14 सितंबर को रिटायर्ड रेलवे गार्ड के घर पर अंजाम दिया गया था. इस लूटकांड का मास्टमाइंड सीआरपीएफ का बर्खास्त जवान निकला.
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उसी मकान में किराये पर रहता था आरोपी: गिरफ्तार सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर सिविल कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है. इस घटना का मास्टर माइंड सीआरपीएफ से बर्खास्त जवान की पहचान पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया निवासी मोहम्मद असलम के रूप में हुई है. जिस मकान में लूट की घटना को अंजाम दिया गया था, वह उसी मकान में किराये पर रहता था. इसी दौरान उसने डकैती की साजिश रची और अपने सहयोगियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया.
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पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर पकड़ा: गोपालगंज एसपी आनंद कुमार (Gopalganj SP Anand Kumar) ने डकैती के आरोपियों की गिरफ्तारी पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि नगर थाना क्षेत्र के भीतभेरवा स्थित पेट्रोल पम्प से आगे नहर के पास दो बाइक पर सवार पांच-छह की संख्या में अपराधी एकत्रित है, जो अपराध की योजना बना रहे हैं. सूचना के आधार पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए पांच अपराधकर्मी को एक लोडेड देसी कट्टा, एक पिस्टल, दो कारतूस, पांच मोबाइल, दो लूट की पल्सर बाइक और आभूषण के साथ गिरफ्तार किया.
लूट के आभूषण और सामान किए गए बरामद: उन्होंने बताया कि पूछताछ के क्रम में बदमाशों ने आजाद नगर में हुए डकैती में अपनी संलिप्ता स्वीकार कर लिया. उनके निशानदेही पर लूटे गए सोना और चांदी के आभूषण सहित घटना में प्रयुक्त मोबाईल फोन को बरामद कर लिया गया. घटना में शामिल सभी आरोपियों के आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है. एसपी ने आगे बताया कि डकैती का मास्टरमाइंड असलम. उसी मकान के ऊपर किराये पर रहता था. दस वर्ष पहले सीआरपीएफ से किसी कारण उसे बर्खास्त कर दिया गया था. रिटायर्ड रेलवे गार्ड के यहां काम करने वाली नौकरानी के कहने पर घटना को अंजाम दिया गया.
दरअसल नौकरानी और मकान मालिक के बीच विवाद रहता था. ऐसे में नौकरानी ने मुख्य आरोपी को जानकारी दी कि मकान मालिक ने जमीन का सौदा किया है. घर पर करीब दस लाख रुपये मौजूद है और घर पर कोई नहीं है. जिसके बाद मुख्य आरोपी ने बेतिया के एक युवक से सम्पर्क कर घटना को अंजाम दिया.