गोपालगंज: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर जन सुराज यात्रा (Jan Suraj Yatra) के तहत बिहार के तमाम जिलों का दौरा कर रहे हैं. इसी क्रम में वो रविवार को गोपालगंज पहुंचे. इस दौरान उन्होंने काशी टेंगराही पंचायत स्थित बुनियादी विद्यालय में एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग जुटे थे. बता दें कि प्रशांत किशोर ने गांधी जयंती के मौके पर पश्चिम चंपारण जिले के भितिहरवा गांधी आश्रम से जन सुराज यात्रा की शुरुआत की थी. इस पदयात्रा से वे लगभग 3500 किलोमीटर पैदल चलेंगे और बिहार के हर पंचायत और प्रखंड में पहुंचने का प्रयास करेंगे.
इसे भी पढ़ेंः Prashant Kishor On Fund: 'चुनाव लड़ने में पैसा कोई बाधा नहीं बनेगी, इसकी जिम्मेदारी मेरी है'
'2011 से लेकर 2021 तक 10 साल में देश में 11 चुनाव करवाए हैं. हमारे घर-परिवार के सात पुश्तों को राजनीति नहीं आती थी. मैंने भी कभी राजनीति से जुड़े काम करने के बारे में नहीं सोचा था. आज तक मैंने जिसका भी हाथ पकड़ा है उसे कभी हारने नहीं दिया है'- प्रशांत किशोर, संयोजक, जन सुराज यात्रा
जीत का फार्मूला बतायाः जनसुराज यात्रा को लेकर प्रशांत किशोर द्वारा गांव गांव पहुंच कर लोगों से मिल कर अपनी बात रखे. सभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि "मैं जानता हूं कि इस अभियान से लोग इसलिए भी जुड़ रहे हैं क्योंकि उन्हें लगता है प्रशांत किशोर उनके सिर पर हाथ रख देंगे तो कल विधायक और परसो मंत्री बन जाएंगे. वो नहीं होने वाला है. मेरे पास ऐसा कोई फार्मूला भी नहीं है. मैंने एक ही फार्मूला सीखा है, जिस भी काम को मैंने लिया उसे पूरे ईमानदारी से करने की कोशिश की.
इसे भी पढ़ेंः Prashant Kishor: 'मोदी जी मोतिहारी चीनी मील तो नहीं चालू करा पाए.. उस जमीन को भाजपा नेताओं ने हड़प लिया'
भ्रम में रहते हैं लोगः प्रशांत किशोर ने कहा कि 10 साल से काम करने और नेता, दलों को जिताने के बाद जो समझ आई वो यह कि नेताओं और दलों के जीतने से जनता की जिंदगी नहीं बदलती. आप और हम पूरी जिंदगी बस भ्रम में रहते हैं कि हमारे जात वाले दल के जितने से हमारी जिंदगी बदल जाएगी.