गोपालगंज: पूरे प्रदेश में पैक्स का चुनाव चल रहा है. जिले में पैक्स चुनाव के दौरान एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. एक वोटर को वोट देने के अधिकार से इसलिए वंचित कर दिया गया कि वोटर लिस्ट में उसे मृत घोषित कर दिया गया है. उसके लाख विनती के बाद भी अधिकारियों ने एक न सुनी. सवाल खड़ा होता है ऐसे सिस्टम में लोकतंत्र कैसे बचेगा?
मामला जिले के थावे प्रखण्ड के सेमरा मतदान केंद्र का है. इस मतदान केंद्र पर लोग सुबह वोट देने के लिए पहुंच रहे हैं. इस दौरान त्रिलोकनाथ नाम के एक वृद्ध भी वोट देने पहुंचा था. लेकिन उसे मृत बता कर मतदान से वंचित कर दिया. वो अपने जीवित होने का प्रमाण बैंक पासबुक से पेंशन कार्ड दिखा कर बतता रहा. लेकिन वहां मौजूद अधिकारी एक न सुने. अपने वरीय अधिकारी के आदेश की बात कह कर बात टालते रहे.
कर दिया गया है मृत घोषित
पीड़ित त्रिलोकनाथ ने बताया कि मैं लगातार मताधिकार का प्रयोग करता आ रहा हूं. आज पैक्स चुनाव के दौरान वोट देने आया, तो पता चला कि वोटरलिस्ट से नाम ही काट दिया गया है. इससे मैं वोट देने से वंचित रह गया. लिस्ट में मुझे मृत घोषित कर दिया गया है. इस बात की शिकायत अधिकारियों करुंगा.
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'200 लोगों का नाम काट दिया है'
वहीं, इस संबंध में प्रजाइडिंग ऑफिसर नेमा साह ने बताया कि सेमरा मतदान केंद्र के लिस्ट से लगभग 200 लोगों का नाम काट दिया है. जो मृत घोषित हैं, तो फिर कैसे वोट देंगे? हलांकि सभी पोलिंग एजेंट लिख कर देते हैं, तो उनको वोट देने का अधिकार दिया जा सकता है. इस केंद्र से ऐसा एक ही मामला आया है.