गोपालगंज: सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर बड़े-बड़े दावे तो करती है. लेकिन अस्पतालों में ये दावे खोखला साबित होती है. गोपालगंज सदर अस्पताल में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. एक व्यक्ति अपने बच्चे को गोद में लिए इलाज के लिए घंटों सदर अस्पताल में भटकता रहा. लेकिन इमरजेंसी वार्ड में घंटों से चिकत्सक गायब रहे. वहीं, चिकत्सक नहीं मिलने पर बच्चे के पिता प्राइवेट अस्पताल चले गए.
बताया जा रहा है कि जिले के कुचायकोट के मतेयर गांव के निवासी सुरेंद्र प्रसाद का बच्चा पानी में डूब गया था, जिसके इलाज के लिए उसके परिजनों ने उसे सदर अस्पताल लाया. अस्पताल में बच्चे के पिता बच्चे के हाथ में लिए घंटों भटकता रहा. लेकिन कोई चिकित्सक नहीं मिला. वहां कोई वहीं सुनने वाला भी नहीं था. इससे परेशान होकर बच्चे के परिजन उसे प्राइवेट अस्पताल लेकर चले गए. ऐसे कई मरीजों के परिजन अस्पताल में भटकते मिले. सभी डॉक्टर का ही इंतजार कर रहे थे.
सिविल सर्जन बयान देने से बचते दिखे
वहीं, इस मामले पर सिविल सर्जन टीएन सिंह से बात की गई, तो उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. बताया जा रहा है कि सदर अस्पताल में कुछ मरीज के परिजनों ने हंगामा किए थे, इसको लेकर अस्पताल के डॉक्टर ड्यूटी छोड़ गायब हो गए.