गोपालगंज: केन्द्र और राज्य सरकार बेहतर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए करोड़ों रूपये खर्च कर रही हैं. इसके बावजूद सूबे के मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसकी बानगी गोपालगंज सदर अस्पताल में देखी जा सकती है. जहां अल्ट्रासाउंड सेंटर तो है लेकिन रेडियोलॉजिस्ट नहीं होने के चलते, मरीजों को बाहर से मंहगे दामों पर अल्ट्रासाउंड कराना पड़ रहा है. वहीं, स्वास्थ्य महकमे की कुम्भकर्णीय नींद है कि टूटने का नाम ही नहीं ले रही है.
मंहगे दामों पर अल्ट्रासाउंड करा रहे मरीज
सदर अस्पताल में मरीजों को मुफ्त अल्ट्रासाउंड सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सेंटर खोला गया था. विभाग के इंचार्ज नियाज अहमद ने बताया कि सेंटर में संजय सिंह नाम के रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती की गई थी. सेंटर कुछ महीनों तक ठीक ठाक चला लेकिन संजय का प्रमोशन होने के बाद वह यहां से चले गए. उनके यहां से जाने के 8 महीने से यह सेंटर बंद पड़ा है. वहीं, सेंटर बंद होने के चलते यहां आने वाले मरीजों को बाहर से 500 से 800 रूपये खर्च कर अल्ट्रासाउंड कराना पड़ रहा है.
अल्ट्रासाउंड के लिए चल रही ट्रेनिंग
अस्पताल की महिला चिकित्सक डॉक्टर सोनम ने ईटीवी भारत को बताया कि यहां अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था है. इसके लिए ट्रेनिंग भी चल रही है. लेकिन अभी यह सुविधा मरीजों को नहीं मिल रही है. उन्होंने बताया कि यहां इलाज कराने वाले लगभग सभी मरीजों को अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी जाती है. अब वो कहां से कराते हैं ये मुझे नहीं पता लेकिन अभी यहां अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहे हैं.