गोपालगंजः जाप प्रमुख पप्पू यादव ने सत्तर घाट मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है. गोपालगंज पहुंचे पप्पू यादव ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि सत्तर घाट का कनेक्शन इलेक्शन से है. उन्होंने ये भी कहा कि नीतीश कुमार को थोड़ी भी शर्म है तो सत्तर घाट की जांच वर्तमान न्यायधीश से कराएं. साथ ही उन्होंने पथ निर्माण मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की .
जनता के पैसे का हुआ बंदरबाट
सत्तर घाट पुल के अप्रोच रोड और पुलिया ध्वस्त मामले को लेकर जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव ने नीतीश कुमार की सरकार पर जमकर हमला किया. उन्होंने कहा कि वशिष्टा कंस्ट्रक्शन कंपनी कैसे बिहार आती है और आते के साथ ही इसे चार सौ करोड़ तक का काम मिल जाता है, इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आठ साल के पुल के निर्माण अवधि में कई बार एस्टीमेट को बढ़ाया गया और जनता के पैसों का बंदरबाट किया गया, इसकी भी जांच हो.
'200 करोड़ नेताओं को परोसा गया'
पप्पू यादव ने कहा कि 264 करोड़ के काम में सिर्फ 64 करोड़ का काम हुआ है. बाकी 200 करोड़ नेताओं को परोसा गया. उन्होंने कम्पनी का नेताओं से कनेक्शन और इलेक्शन के खेल का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि अभी तक किसके इशारे पर कम्पनी पर केस दर्ज नहीं हुआ. मंत्री को बर्खास्त नहीं किया गया.
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विपक्ष पर भी साधा निशाना
पप्पू यादव ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि अगर थोड़ा भी शर्म है, तो इसकी जांच वर्तमान न्यायधीश से कराएं और मंत्री को बर्खास्त करें. साथ ही उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वो अभी तक चुप क्यों है. उन्होंने कोरोना से हुई मौतों का जिक्र करते हुए कहा, 'चौदह करोड़ की जनसंख्या वाले राज्य में इतनी धीमी जांच की रफ्तार है. लोग मर रहे हैं, लेकिन कोई पूछने वाला नहीं है'.