गोपालगंज: गंडक नदी (Gandak River) में आई उफान के चलते बिहार के गोपालगंज (Gopalganj) जिले के लोगों को फिर से बाढ़ (Bihar Flood) की विभीषिका का सामना करना पड़ रहा है. करीब 42 गांवों में बाढ़ से हालात बिगड़ गए हैं. सड़कों पर कई फीट पानी बह रहा है.
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इसके चलते गांव के लोगों को जान जोखिम में डालकर सड़क पार करना पड़ रहा है. जरा सा कदम लड़खड़ाया नहीं कि लोग पानी में बह जा रहे हैं. मांझागढ़ प्रखंड के भैसही गांव में ऐसी ही घटना हुई. यहां एक युवक सड़क पार कर रहा था. पानी युवक की कमर तक था. वह धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा था. पानी की तेज धारा में पहुंचने पर उसका पैर सड़क के गड्डे में पड़ गया.
गड्डे में पैर पड़ते ही युवक लड़खड़ाया और संभलने की कोशिश की, लेकिन पानी की तेज धारा ने उसे समय नहीं दिया. वह पानी के साथ बह गया. किनारे खड़े लोग युवक को बहता देख चिल्लाने लगे. युवक पानी के साथ बहता हुआ पेड़ों के पास से गुजरा तो लोगों ने उसे पेड़ की डाली पकड़ लेने को कहा, लेकिन युवक ऐसा नहीं कर सका. वह कुछ दूर तक पानी के साथ बहा. गनीमत रही कि युवक को तैरना आता था. करीब 100 मीटर की दूरी उसने तैरकर तय की तब जमीन पर पहुंच सका.
"मैं दवा लाने के लिए बलुही बाजार गया था. रोड बहुत टूट गया है. इधर से नाव से गया था. आते समय नाव नहीं मिली थी. पानी पार करते समय बह गया था. तैरना जानता हूं इसलिए जान बच गई."- चंदन कुमार, तैरकर बाहर निकला युवक
बता दें कि गंडक नदी का जलस्तर पिछले चार दिनों से लगातार बढ़ रहा है. इसके चलते गोपालगंज के लोगों को दोबारा बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है. जिले के करीब 42 गांवों के हालात फिर से बिगड़ गए हैं. करीब 25 हजार की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है. बाढ़ पीड़ितों ने सड़कों और तटबंधों पर शरण ली है.
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