किशनगंज: जिले के चार विधनसभा सीटों पर तीसरे चरण में मतदान होने हैं तीसरे चरण के मतदान के लिए 13 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक नामांकन किया जायेगा. नामांकन के दूसरे दिन ठाकुरगंज विधानसभा से पूर्व जदयू नेता और पूर्व ठाकुरगंज विधायक गोपाल अग्रवाल ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर डीडीसी कार्यालय में नामांकन किया. नॉमिनेशन के बाद समर्थकों ने उनके पक्ष में जिन्दाबाद के नारे लगाये.
समर्थकों ने किया स्वागत
नामांकन दाखिल करने के दौरान गोपल अग्रवाल ने कोविड-19 के नियमों का पालन किया. साथ ही समर्थकों ने उन्हें फूल-माला पहनाकर स्वागत किया. उनके समर्थन में नारे लगाए. गोपाल अग्रवाल ने कहा कि उनका एक ही मुद्दा है, ठाकुरगंज का विकास. उन्होंने सत्ताधारी पार्टी के विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि इस बार जनता इन्हें सबक सिखाएगी.
विधायक ने पूरा नहीं किया वादा
गोपाल अग्रवाल ने कहा कि पिछ्ले चुनाव में विधायक ने जो भी चुनावी वादे किए थे, उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं किया गया. ठाकुरगंज की जनता इस बार उन्हें गद्दी से उतार फेंकेगी और ठाकुरगंज में जो, जदयू उम्मीदवार की दुर्गति होगी. वो बिहार में किसी भी उम्मीदवर की नहीं होगी. वो इस बार चौथे या पांचवें स्थान पर रहेंगे.
समाजवादी पार्टी से बने विधायक
गोपाल अग्रवाल ने बताया कि इस बार ठाकुरगंज की जनता जुमलेबाज नहीं, बल्कि ऐसा नेता चाहती है जो, उनके लिए काम करें. उनकी आवाज बनें. इसलिए इस बार जनता की आग्रह पर वो निर्दलीय चुनाव के मैदान में है. बता दें गोपाल अग्रवाल ठाकुरगंज विधानसभा से समाजवादी पार्टी के टिकट पर पहली बार चुनाव लड़े थे और कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ. जावेद आजाद को हराकर विधायक बने.
लोजपा का थामा दामन
गोपाल अग्रवाल ने फिर वर्ष 2010 में सपा का साथ छोड़कर जदयू का दामन थाम लिया और जदयू के सिम्बल पर चुनाव लड़े. गोपाल अग्रवाल तब लोजपा प्रत्याशी नौशद आलम से हार गए थे. फिर वर्ष 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में गोपाल अग्रवाल ने जदयू का साथ छोड़ लोजपा का दामन थाम लिया.
निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा
लोजपा के टिकट पर ठाकुरगंज विधानसभा से चुनावी मैदान में उतरे. लेकिन एक बार फिर उन्हें जदयू प्रत्याशी नौशाद आलम ने हरा दिया. इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में जब उन्हें किसी भी पार्टी ने अपना उम्मीदवार नहीं बनाया तो, उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी.