गोपालगंज: जिले के फुलवरिया प्रखंड के सेलार कला गांव में शिक्षक की विदाई समारोह में गुरु शिष्य का अनूठा प्यार देखने को मिला. एक शिक्षक की विदाई समारोह में छात्राएं फड़क फफक कर रो पड़ीं और शिक्षक को स्कूल छोड़कर नहीं जाने की विनती करने लगी. शिक्षक के प्रति सम्मान और प्यार देखकर मौके पर मौजूद लोगों की आंखें भी भर आईं और पूरा माहौल गमगीन हो गया.
शिक्षक की विदाई पर रो पड़ीं छात्राएं: वहीं कई ऐसी छात्राएं थीं जो रोते रोते बेहोश होकर गिर पड़ी जिसे तत्काल इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. दरअसल जिले के फुलवरिया प्रखंड स्थित पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के पैतृक गांव में स्थित श्रीमती राबड़ी देवी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में खुद राबड़ी देवी ने प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की थी. उसी विद्यालय में पदस्थापित प्रधानाध्यापक धनंजय कुमार मधुप का दूसरे विद्यालय में बीपीएससी अध्यापक के तौर पर नियुक्ति हुई है.
समारोह में सभी लोग हुए भावुक: बुधवार को उनका विदाई समारोह आयोजित किया गया. विदाई समारोह में आसपास के लोगों के अलावा स्कूल की छात्राएं भी मौजूद थीं. शिक्षक का दूसरे शिक्षक फूल माला पहनाकर सम्मान कर रहे थे, तभी मौके पर मौजूद छात्राएं अपने आप को रोने से रोक नहीं पाई और फफक फफक कर रोने लगीं.
रोने की आवाज से गूंज उठा स्कूल परिसर: पूरा स्कूल परिसर छात्राओं के रोने की आवाज से गूंज उठा. छात्राएं रो रोकर कह रही थीं कि हमें छोड़कर नहीं जाइये सर, आपके बिना हमें पढ़ने में मन नहीं लगेगा. अब हमें विद्यालय में और छुट्टी के बाद भी पढ़ने-लिखने के लिए कौन कहेगा सर. छात्राओं ने अपने प्रिय गुरु धनजंय कुमार मधुप का हाथ पकड़ लिया. इस तरह का हृदय विदारक दृश्य देखकर सभी लोगों के आंखों में आंसू भर आए.
13 छात्राएं बेहोश: यहां पढ़ने वाली तीन सौ छात्राएं मायूस दिखीं. हर किसी के चेहरे पर अपनों के बिछड़ने का भाव स्पष्ट दिखाई दे रहा था. प्रभारी प्रधानाध्यापक धनंजय कुमार मधुप व वरिष्ठ शिक्षक सुभाष यादव की विदाई होने पर छात्राएं इस कदर रोने लगीं कि देखते ही देखते 13 छात्राएं बेहोश हो गयीं.
इलाज के बाद सभी को भेजा गया घर: इनमें प्रियंका सोनी, खुशी कुमारी, श्वेता कुमारी, आदिती कुमारी, सलोनी कुमारी, काजल कुमारी, शिल्पी कुमारी, नंदनी कुमारी, मुस्कान खातुन, गूंजा कुमारी, गूंजन कुमारी, स्नेहा कुमारी को शिक्षकों की मदद से स्थानीय अस्पताल में पहुंचाया गया, जहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद सभी छात्राओं को उनके घर भेज दिया.
थावे के मुखीराम हाई स्कूल में ट्रांसफर: बता दें कि धनंजय कुमार मधुप विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक के साथ गणित विषय के शिक्षक थे. बीपीएससी से अध्यापक होने के बाद उनकी नियुक्ति थावे मुखीराम प्लस-टू में की गयी है. इनके साथ सुभाष यादव की भी दूसरे विद्यालय में नियुक्ति हुई है. यहां स्कूल में पढ़नेवाली छात्राएं बताती हैं कि आज हमारे सर यहां से निकलकर दूसरे विद्यालय थावे के मुखीराम हाई स्कूल में जा रहे हैं. इसलिए हम स्कूल के बाहर खड़े हैं.
"हमारे लिए यही सर चाहिए. कोई दूसरे सर नहीं चाहिए नहीं तो हम आज के बाद इस स्कूल में नहीं पढ़ेंगे."- छात्रा
शिक्षकों ने भी जमकर तारीफ: वहीं शिक्षकों ने बताया कि धनंजय कुमार मधुप एक ऐसे शिक्षक हैं, जिनके पास एक उत्कृष्ट शिक्षक होने के सभी गुण मौजूद हैं. इसलिए उन्होंने अपने विद्यालय की व्यवस्था भी बहुत अच्छी रखी है. बताया जाता है कि सेलार कला बालिका प्लस-टू विद्यालय बनाने के लिए बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने अपनी जमीन दान दी है.
राबड़ी देवी ने की थी यहां से पढ़ाई: बता दें कि एसआरडी स्कूल में राबड़ी देवी ने प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की है. उस समय यहां उच्च शिक्षा की व्यवस्था नहीं थी, इसलिए वे आगे की पढ़ाई नहीं कर सकीं. इस बात की जानकारी खुद राबड़ी देवी ने पिछले दिनों जब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के साथ मायके आयीं थी तो इस विद्यालय में निरीक्षण करने के दौरान बतायी थीं. यहां छात्राओं के बीच राबड़ी देवी खुद शिक्षक की भूमिका में नजर आयीं थीं.