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फर्जी प्रमाण-पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे थे तीन शिक्षक, तीनों का नियोजन रद्द, FIR दर्ज - FIR against three teacher in Gopalganj

FIR against three teacher : गोपालगंज में फर्जी प्रमाण-पत्र के आधार पर नियुक्त हुए तीन शिक्षकों का नियोजन रद्द कर दिया गया. इसके बाद तीनों के खिलाफ पंचायत सचिव ने थाना में मामला दर्ज कराया है. पढ़ें पूरी खबर..

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Dec 14, 2023, 8:28 PM IST

फर्जी सर्टिफिकेट के आधार शिक्षकों का नियोजन रद्द

गोपालगंज : बिहार के गोपालगंज में तीन शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है. तीनों पर फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर सरकारी स्कूल में शिक्षक पद पर नौकरी करने का आरोप है. यह मामला हथुआ प्रखंड का है. प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में कार्यरत तीन शिक्षकों पर फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी करने को लेकर पंचायत सचिव ने एफआईआर दर्ज कराई है. फिलहाल दर्ज मामले के आधार पर पुलिस जांच कर कार्रवाई में जुट गई है.

2021 में हुई थी तीनों की काउंसिलिंग : इस संदर्भ में बताया गया कि प्रारंभिक शिक्षक नियोजन 2019-20 के अंतर्गत दूसरे चक्र में 13 अगस्त 2021 के हथुआ पंचायत नियोजन ईकाई ने एक से पांच के लिए काउंसिलिंग की थी. काउंसिलिंग में तीन शिक्षकों का चयन हुआ था. इसमें जुबैर अहमद, कुमारी सुमन और प्रेरणा तिवारी शामिल हैं. तीनों ने हथुआ प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में स्थित विद्यालयों में योगदान दिया था. बाद में तीनों के प्रमाण पत्रों की जांच के लिए कमेटी गठित की गई. जांच के बाद 29 जुलाई 2022 को तीनों अभ्यर्थियों के प्रमाण-पत्रों में त्रुटी पाई गई.

जांच में शिक्षकों का फर्जी मिला प्रमाण पत्र : तीनों अभ्यर्थियों पर फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर काउंसिलिंग कराने का आरोप लगाया गया. जांच कमेटी ने तीनों चयनित अभ्यर्थियों का नियोजन रद्द करने और नियमानुसार विधिक कार्रवाई करने की अनुशंसा की है. जांच प्रतिवेदन के आधार पर उप विकास आयुक्त गोपालगंज ने तीनों अभ्यर्थियों का नियोजन रद्द कर प्राथमिकी की अनुशंसा की थी. इस संदर्भ में हथुआ प्रखंड के लाइन बाजार, कांधओपी और सिंगहां पंचायत के पंचायत सचिव धर्मनाथ प्रसाद ने तीनों पर प्राथमिकी दर्ज कराई है.

"तीन पंचायत में नियोजन हुआ था. तीनों का एक-एक पंचायत में नियोजन हुआ था. इसके बाद तीनों शिक्षकों का सर्टिफिकेट जांच के लिए जिला शिक्षा विभाग में गया. जांच के दौरान यह पाया गया की तीनों का प्रमाणपत्र जाली है. इसी आधार पर तीनों शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. कुमारी सुमन सिंगहा पंचायत में थी. जुबैर अहमद लाइन बाजार पंचायत में और प्रेरणा तिवारी कांधओपी पंचायत में पदस्थापित थे."- धर्मनाथ प्रसाद, पंचायत सचिव

ये भी पढ़ें : साइबर कैफे से बनवाया फर्जी ज्वाइनिंग लेटर, फिर शिक्षिका बनने पहुंच गई DEO ऑफिस

फर्जी सर्टिफिकेट के आधार शिक्षकों का नियोजन रद्द

गोपालगंज : बिहार के गोपालगंज में तीन शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है. तीनों पर फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर सरकारी स्कूल में शिक्षक पद पर नौकरी करने का आरोप है. यह मामला हथुआ प्रखंड का है. प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में कार्यरत तीन शिक्षकों पर फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी करने को लेकर पंचायत सचिव ने एफआईआर दर्ज कराई है. फिलहाल दर्ज मामले के आधार पर पुलिस जांच कर कार्रवाई में जुट गई है.

2021 में हुई थी तीनों की काउंसिलिंग : इस संदर्भ में बताया गया कि प्रारंभिक शिक्षक नियोजन 2019-20 के अंतर्गत दूसरे चक्र में 13 अगस्त 2021 के हथुआ पंचायत नियोजन ईकाई ने एक से पांच के लिए काउंसिलिंग की थी. काउंसिलिंग में तीन शिक्षकों का चयन हुआ था. इसमें जुबैर अहमद, कुमारी सुमन और प्रेरणा तिवारी शामिल हैं. तीनों ने हथुआ प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में स्थित विद्यालयों में योगदान दिया था. बाद में तीनों के प्रमाण पत्रों की जांच के लिए कमेटी गठित की गई. जांच के बाद 29 जुलाई 2022 को तीनों अभ्यर्थियों के प्रमाण-पत्रों में त्रुटी पाई गई.

जांच में शिक्षकों का फर्जी मिला प्रमाण पत्र : तीनों अभ्यर्थियों पर फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर काउंसिलिंग कराने का आरोप लगाया गया. जांच कमेटी ने तीनों चयनित अभ्यर्थियों का नियोजन रद्द करने और नियमानुसार विधिक कार्रवाई करने की अनुशंसा की है. जांच प्रतिवेदन के आधार पर उप विकास आयुक्त गोपालगंज ने तीनों अभ्यर्थियों का नियोजन रद्द कर प्राथमिकी की अनुशंसा की थी. इस संदर्भ में हथुआ प्रखंड के लाइन बाजार, कांधओपी और सिंगहां पंचायत के पंचायत सचिव धर्मनाथ प्रसाद ने तीनों पर प्राथमिकी दर्ज कराई है.

"तीन पंचायत में नियोजन हुआ था. तीनों का एक-एक पंचायत में नियोजन हुआ था. इसके बाद तीनों शिक्षकों का सर्टिफिकेट जांच के लिए जिला शिक्षा विभाग में गया. जांच के दौरान यह पाया गया की तीनों का प्रमाणपत्र जाली है. इसी आधार पर तीनों शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. कुमारी सुमन सिंगहा पंचायत में थी. जुबैर अहमद लाइन बाजार पंचायत में और प्रेरणा तिवारी कांधओपी पंचायत में पदस्थापित थे."- धर्मनाथ प्रसाद, पंचायत सचिव

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