गोपालगंज: सरकार की ओर से किसानों के लिए कई योजनाएं संचालित की जाती हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में किसान योजनाओं से वंचित रह जाते हैं. उद्यान विभाग का हाल भी कुछ ऐसा ही है. इसमें किसानों को सही समय पर जानकारी नहीं होने के कारण योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है. किसान महंगे दामों पर नर्सरी से पौधे खरीदकर खेतों में लगाते हैं.
गोपालगंज जिले के 14 प्रखंड में किसानों को आम, अमरूद और केले के पौधे लगाने के लिए अलग-अलग लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं. बावजूद इसके किसान सरकारी सुविधाओं से महरूम हैं. कारण ये है कि किसानों को अभी तक इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. हालांकि कुछ किसान जानकारी प्राप्त कर विभाग में अपना आवेदन सौंप चुके हैं. लेकिन जिन्हें जानकारी नहीं वो इस योजना से वंचित रह जाते हैं. आलम यह है कि विभाग भी अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पाता है.
सरकारी सुविधाओं से महरूम किसान
किसानों का कहना है कि वो महंगे दामों पर नर्सरी से आम, अमरूद, पपीता, केला और जामुन समेत विभिन्न पौधे खरीदकर खेतों में लगाते हैं. विभाग की तरफ से कोई कुछ बताने वाला नहीं है और ना ही कोई सुविधा ही दी जाती है. जानकारी प्राप्त होने पर जब विभाग में जाते हैं तब तक योजना खत्म हो जाती है.
सघन बागवानी मिशन के तहत पौधारोपण का लक्ष्य
उद्यान विभाग के सहायक निदेशक एमए वाजिद की मानें तो जिले के 14 प्रखंडों के 30 हेक्टेयर में 12 हजार आम के पौधे लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. केला 20 हेक्टेयर, अमरूद 1 हेक्टेयर और पपीता 10 हेक्टेयर में लगाने का लक्ष्य है. इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. अभी तक 20 से 25 किसानों ने अपना आवेदन सौंपा है. योजना का लाभ पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा.
किसानों को दी जाएगी जानकारी
एमए वाजिद ने कहा कि किसानों को योजनाओं की जानकारी देने के लिए समय-समय पर कृषि चौपाल लगाया जाता है. इसके माध्यम से किसान योजनाओं के बारे जानकारी प्रखंड कार्यालय या कृषि कर्मियों से प्राप्त कर सकते हैं. जिला उद्यान पदाधिकारी ने बताया कि इस योजना को किसानों तक पहुंचाने के लिए कर्मचारियों को आदेश दे दिया गया है.
किसानों को निःशुल्क दिये जाएंगे पौधे
बता दें कि सघन बागवानी मिशन के तहत पौधारोपण योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है, जिसमें आम के साथ अमरूद, केला और पपीता के पौधे किसानों को निःशुल्क दिए जा रहे हैं. विभाग ने उत्तम किस्म के 3000 आम के पौधे तैयार किए हैं. इसके बाद नए किस्म के आम के पौधे मंगाए जाएंगे. इसी प्रकार पपीता का पौधा हाजीपुर नर्सरी से लाकर किसानों को दिया जाएगा. किसान डेरी कंपनी द्वारा उत्तम किस्म के केला का पौधा 10% अग्रिम देकर ले सकेंगे.