गोपालगंज: प्रदेश की सरकार ने कृषि को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं का रोडमैप तैयार किया है. इन योजनाओं के तहत जिले के किसानों को अलग से कृषि फीडर के माध्यम से विद्युत कनेक्शन देने की योजना बनाई गई थी. लेकिन जिले में यह योजना विभागीय लापरवाही के कारण काफी सुस्त रफ्तार में चल रही है.
डीजल पर हो रहा बड़ी राशि खर्च
बताया जा रहा है कि जिले में 6 हजार 2 सौ 25 किसानों ने पटवन के लिए बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन दिया था. लेकिन इसका लाभ केवल 17 सौ 73 किसानों को मिल रहा है. इस वजह से बड़ी संख्या में किसान इस योजना के लाभ से वंचित है. जिस कारण जिले के किसानों को खेत पटवन के लिए डीजल पर बड़ी राशि खर्च करनी पर पर रही है.
किसान लगा रहे विभाग का चक्कर
इस संबंघ में स्थानीय किसान इम्तियाज, अखिललानंद मिश्रा और नागेंद्र सिंह बताते है कि विभाग के सुस्त कार्य प्रणाली के कारण किसान आज भी वर्षा और नहर के पानी पर निर्भर है. जिस वजह से कृषी कार्य में काफी परेशानी होती है. किसान रोज विभाग का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन वर्षों बीत जाने के बाद भी किसान पंप सेट का सहारा लेकर डीजल पर एक बड़ी राशि खर्च कर अपने फसलों का पटवन करने को बाध्य हैं.
मुफ्त में बिजली कनेक्शन देने की थी योजना
बताया जा रहा है कि जिले के किसानों की परेशानी और मांग के बाद प्रदेश की सरकार ने किसानों को बिजली का कृषि कनेक्शन देने का निर्णय लिया था. कार्य को धरातल पर उतारने के लिए साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के कर्मियों ने जिले के विभिन्न प्रखंड कार्यालयों में शिविर लगाकर मुफ्त में कनेक्शन के लिए आवेदन भी स्वीकृत किए गए थे. लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
जल्द मिलेगा किसानों को लाभ- कार्यपालक अभियंता
इस संबंध में परियोजना के विद्युत कार्यपालक अभियंता विकास कुमार बताते है कि कार्य थोड़ी धीमी हुई है, लेकिन बहुत जल्द ही लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि कृषि कनेक्शन के लिए किसानों ने 6 हजार 2 सौ 25 किसानों ने आवेदन दिया था. जिसमें 17 सौ 73 किसानों को कनेक्शन मुहैया करा दिया गया है. शेष 4 हजार 4 सौ 52 किसानों को जल्द ही सुविधा का लाभ उपलब्घ करवाया जाएगा. कार्यपालक अभियंता ने बताया कि इस योजना के तहत जिले के 14 ब्लॉक में काम चल रहा है. माह के अंत तक सभी किसानों को बिजली कनेक्शन उपलब्ध करा दिया जाएगा.