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गोपालगंज: कोरोना से मौत के बाद शव को खुद से परिजनों ने किया पैक, स्वास्थ्य कर्मी नदारद

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Published : May 23, 2021, 7:35 PM IST

गोपालगंज में कोरोना मरीज के शव को परिजनों ने खुद पैक किया. परिवार के लोगों ने बताया कि शव ले जाने के लिए एंबुलेंस वाले ने 700 रुपये लिए.

Family packing dead body
Family packing dead body

गोपालगंज: जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां कोरोना मरीज की मौत के बाद उसके शव को बिना पैक किये ही परिजनों को सौंप दिया गया. वहीं परिजन खुद से पीपीई किट पहन कर शव को पैक कर घर ले गये.

इसे भी पढ़ेंः रोहतास: शोभा की वस्तु बनकर रह गया बिक्रमगंज अस्पताल परिसर में ऑक्सीजन प्लांट, भटक रहे हैं मरीज

परिजन खुद पैक कर रहे शव
जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर थावे डाइट सेंटर में संक्रमित मरीजों को रखने के लिए कोविड केयर अस्पताल बनाया गया है. जिसको लेकर वहां डॉक्टर और नर्सों की तैनाती की गई है. ताकि मरीजों को पर्याप्त सुविधा मिल सके. लेकिन उस कोविड केयर सेंटर में कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद वहां मौजूद कर्मी ना ही ठहरते हैं और ना ही पर्याप्त व्यवस्था देते हैं. ऐसे में परिजनों को ही खुद पीपीई किट पहन कर शव को पैक कर अपने घर लेकर जाना पड़ता है.

कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका
इंदरवा गांव निवासी कोविड मरीज की मौत के बाद स्वास्थ्य कर्मियों ने उसे छोड़ दिया. जिसके बाद परिजनों को ही आगे आकर उसे प्लास्टिक में पैक कर सरकारी एम्बुलेंस से घर ले जाना पड़ा. लेकिन दुर्भाग्य है कि यहां भी परिजनों से एम्बुलेंस का किराया 700 रुपये वसूला गया. ऐसे में कोविड से मौत होने वालों शव को बिना पैक किए ही सुपुर्द कर दिया जा रहा है. जिससे कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका है.

सिविल सर्जन डॉ. योगेन्द्र महतो ने बताया कि सरकार द्वारा स्टाफ रखने का आदेश है. लेकिन कोरोना को लेकर कोई ठहरता नहीं है. जिसके कारण ये समस्याएं उत्पन्न हुई है.

गोपालगंज: जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां कोरोना मरीज की मौत के बाद उसके शव को बिना पैक किये ही परिजनों को सौंप दिया गया. वहीं परिजन खुद से पीपीई किट पहन कर शव को पैक कर घर ले गये.

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परिजन खुद पैक कर रहे शव
जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर थावे डाइट सेंटर में संक्रमित मरीजों को रखने के लिए कोविड केयर अस्पताल बनाया गया है. जिसको लेकर वहां डॉक्टर और नर्सों की तैनाती की गई है. ताकि मरीजों को पर्याप्त सुविधा मिल सके. लेकिन उस कोविड केयर सेंटर में कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद वहां मौजूद कर्मी ना ही ठहरते हैं और ना ही पर्याप्त व्यवस्था देते हैं. ऐसे में परिजनों को ही खुद पीपीई किट पहन कर शव को पैक कर अपने घर लेकर जाना पड़ता है.

कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका
इंदरवा गांव निवासी कोविड मरीज की मौत के बाद स्वास्थ्य कर्मियों ने उसे छोड़ दिया. जिसके बाद परिजनों को ही आगे आकर उसे प्लास्टिक में पैक कर सरकारी एम्बुलेंस से घर ले जाना पड़ा. लेकिन दुर्भाग्य है कि यहां भी परिजनों से एम्बुलेंस का किराया 700 रुपये वसूला गया. ऐसे में कोविड से मौत होने वालों शव को बिना पैक किए ही सुपुर्द कर दिया जा रहा है. जिससे कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका है.

सिविल सर्जन डॉ. योगेन्द्र महतो ने बताया कि सरकार द्वारा स्टाफ रखने का आदेश है. लेकिन कोरोना को लेकर कोई ठहरता नहीं है. जिसके कारण ये समस्याएं उत्पन्न हुई है.

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