गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज जिले के शिक्षा भवन के मुख्य गेट पर नियोजित शिक्षकों ने नई शिक्षक नियमावली (New Teacher Manual) के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव का पुतला दहन किया. इस दौरान नियोजित शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. वहीं नियोजित शिक्षकों ने सरकार पर वादा खिलाफी करने का आरोप भी लगाया.
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नई शिक्षक नियमावली का विरोध: शिक्षा भवन के मुख्य गेट पर पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत शिक्षकों ने सीएम और डिप्टी सीएम का पुतला दहन करते हुए कहा कि नियोजित शिक्षक, नई शिक्षक नियमावली के विरोध में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का पुतला दहन किया. नियोजित शिक्षकों ने कहा कि वह सरकार को यह बताना चाहते हैं कि नियोजित शिक्षकों के साथ जो छलावा किया है, वह कहीं से भी उचित नहीं है.
नियोजित शिक्षकों ने किया पुतला दहन: नियोजित शिक्षकों ने कहा कि तेजस्वी यादव ने यह वादा किया था कि उनकी सरकार बनेगी तो नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा मिलेगा और पूर्ण वेतनमान भी दिया जाएगा. लेकिन नई नियमावली के तहत अब सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है. नई नियमावली पूर्व से कार्यरत शिक्षकों के साथ धोखा और टीईटी/एसटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए भी छलावा है.
सरकार को दी चेतावनी: नियोजित शिक्षकों ने कहा कि पूर्व से कार्यरत शिक्षक सरकार से उम्मीद लगाए बैठे थे कि नई नियमावली के साथ ही उन्हें राज्य कर्मी का दर्जा मिल जाएगा और सत्तारूढ़ दल द्वारा समान काम समान वेतन और पुरानी पेंशन देने के लिए चुनाव में किए गए वायदे को सरकार पूरा करेगी. लेकिन नई नियमावली से नए संवर्ग का जन्म हो गया है. नई नियमावली को रद्द करते हुए सरकार नई नियमावली बनाये, जिसे सभी शिक्षकों की वांछित मांग पर ध्यान रखते हुए तैयार करे नहीं तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन की शुरुआत की जाएगी.