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अमृतसर BSF कैंप में गोलीबारी में गोपालगंज के जवान की मौत, VRS लेकर परिवार के साथ बिताना चाहते थे जिंदगी - bihar news

अमृतसर बीएसएफ कैंप में गोलीबारी (Firing in Amritsar BSF Camp) में गोपालगंज के बीएसएफ हेड कांस्टेबल राम विनोद सिंह की गोली लगने से मौत हो चुकी है. घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. परिजनों के अनुसार बीएसएफ मुख्यालय से आठ मार्च को शहीद जवान का पार्थिव शरीर पैतृक घर बहोरा टोला जाएगा और सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी.

अमृतसर बीएसएफ कैंप में गोलीबारी में बीएसएफ जवान की मौत
अमृतसर बीएसएफ कैंप में गोलीबारी में बीएसएफ जवान की मौत
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Published : Mar 6, 2022, 9:28 PM IST

Updated : Mar 6, 2022, 9:39 PM IST

गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज के रहने वाले बीएसएफ जवान की मौत (BSF Jawan Resident of Gopalganj Died) के बाद गांव में मातम पसरा है. पंजाब के सीमावर्ती शहर अमृतसर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के शिविर में एक कर्मी ने रविवार को कथित रूप से गोलीबारी (BSF personnel opened fire in Amritsar camp) कर दी. जिससे बीएसएफ के कम से कम पांच कर्मियों की मौत हो गई. जिसमें गोपालगंज के भी बीएसएफ के हेड कांस्टेबल राम विनोद सिंह (BSF Head Constable Ram Vinod Singh) शामिल हैं. मृतक जवान मांझागढ़ थाना क्षेत्र के बहोरा टोला निवासी स्व. राघव सिंह के पुत्र हैं, जो बीएसएफ 144वीं बटालियन में हेड कांस्टेबल थे.

ये भी पढ़ें- सोनपुर में रिटायर्ड BSF जवान के आवास पर 9 घंटे चला NIA का छापा, नक्सलियों से सांठगांठ के मिले साक्ष्य

बेटे ने भागकर बचाई जान: मिली जानकारी के अनुसार, मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. जवानों के बीच हुई दिल-दहला देने वाली वारदात ने इस परिवार को आंसूओं में डूबो दिया है. घटना में राम विनोद सिंह की मौके पर ही कैंप में मौत हो गई. मृतक जवान की पत्नी सुशीला व बेटी पुतुल कुमारी ने बताया कि आज सुबह में राम विनोद सिंह अपने बेटे के साथ ड्यूटी पर जाने के लिए कैंप में पहुंचे थे. इसी दौरान गोलियों से भूनकर उनकी हत्या कर दी गयी. इस वारदात में मृतक जवान का बेटा करणवीर सिंह बचकर किसी से तरह से भाग निकला और उसने इसकी सूचना परिजनों को दी.

गोलीबारी के 3 घंटे बाद परिजनों को मिली सूचना: करीब तीन घंटे के बाद बीएसएफ हेडक्वार्टर से वारदात की सूचना परिजनों को दी गई. शहीद जवान की बेटी ने मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है.

पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल: परिजनों ने बताया कि राम विनोद सिंह पांच भाइयों में सबसे बड़े हैं. बीते 29 नवंबर को अपनी भतीजी की शादी में घर आये थे और 15 दिसंबर को अमृतसर बीएसएफ कैंप में गये थे. 1994 बैच के राम विनोद सिंह की अमृतसर में पोस्टिंग 2020 में हुई थी. वो इसी साल वीआरएस लेने वाले थे. ताकि अपने परिवार के साथ रह कर बाकी जिंदगी बिताए, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था. पति की मौत की सूचना पाकर चीत्कार मार कर रो रही पत्नी बार-बार बेहोश हो जा रही हैं. आसपास की महिला उन्हें चुप करा रही हैं.

फायरिंग में 5 जवानों की मौत: बता दें कि अमृतसर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के शिविर में एक कर्मी ने रविवार को कथित रूप से गोलीबारी कर दी. घटना में बीएसएफ के कम से कम पांच कर्मियों की मौत हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना पूर्वाह्न साढ़े नौ से पौने 10 बजे के बीच उस समय हुई जब कांस्टेबल सातेप्पा एसके ने अपनी सर्विस राइफल से अपने पांच कर्मियों पर कथित रूप से गोलीबारी कर दी.

एक जवान की स्थिति गंभीर: अधिकारियों ने बताया कि जिन कर्मियों की मौत हुई, उनमें गोलीबारी करने वाला जवान भी शामिल है. अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उसने स्वयं को गोली मारी या वह किसी अन्य की गोलीबारी में मारा गया. यह घटना भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अटारी-वाघा सीमा क्रॉसिंग से करीब 12-13 किलोमीटर दूर खासा इलाके में 144वीं बटालियन के परिसर में हुई. गोलीबारी में घायल हुए छठे जवान की स्थिति गंभीर है और वह अस्पताल में भर्ती है. गोलीबारी की चपेट में आने वालों में कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल रैंक के कर्मी शामिल हैं.

ये भी पढ़ें- कंधे पर मां का सिर... सामने शहीद पिता का पार्थिव शरीर.. रोते हुए बेटा बोला- 'पापा अमर रहें...'

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गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज के रहने वाले बीएसएफ जवान की मौत (BSF Jawan Resident of Gopalganj Died) के बाद गांव में मातम पसरा है. पंजाब के सीमावर्ती शहर अमृतसर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के शिविर में एक कर्मी ने रविवार को कथित रूप से गोलीबारी (BSF personnel opened fire in Amritsar camp) कर दी. जिससे बीएसएफ के कम से कम पांच कर्मियों की मौत हो गई. जिसमें गोपालगंज के भी बीएसएफ के हेड कांस्टेबल राम विनोद सिंह (BSF Head Constable Ram Vinod Singh) शामिल हैं. मृतक जवान मांझागढ़ थाना क्षेत्र के बहोरा टोला निवासी स्व. राघव सिंह के पुत्र हैं, जो बीएसएफ 144वीं बटालियन में हेड कांस्टेबल थे.

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बेटे ने भागकर बचाई जान: मिली जानकारी के अनुसार, मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. जवानों के बीच हुई दिल-दहला देने वाली वारदात ने इस परिवार को आंसूओं में डूबो दिया है. घटना में राम विनोद सिंह की मौके पर ही कैंप में मौत हो गई. मृतक जवान की पत्नी सुशीला व बेटी पुतुल कुमारी ने बताया कि आज सुबह में राम विनोद सिंह अपने बेटे के साथ ड्यूटी पर जाने के लिए कैंप में पहुंचे थे. इसी दौरान गोलियों से भूनकर उनकी हत्या कर दी गयी. इस वारदात में मृतक जवान का बेटा करणवीर सिंह बचकर किसी से तरह से भाग निकला और उसने इसकी सूचना परिजनों को दी.

गोलीबारी के 3 घंटे बाद परिजनों को मिली सूचना: करीब तीन घंटे के बाद बीएसएफ हेडक्वार्टर से वारदात की सूचना परिजनों को दी गई. शहीद जवान की बेटी ने मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है.

पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल: परिजनों ने बताया कि राम विनोद सिंह पांच भाइयों में सबसे बड़े हैं. बीते 29 नवंबर को अपनी भतीजी की शादी में घर आये थे और 15 दिसंबर को अमृतसर बीएसएफ कैंप में गये थे. 1994 बैच के राम विनोद सिंह की अमृतसर में पोस्टिंग 2020 में हुई थी. वो इसी साल वीआरएस लेने वाले थे. ताकि अपने परिवार के साथ रह कर बाकी जिंदगी बिताए, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था. पति की मौत की सूचना पाकर चीत्कार मार कर रो रही पत्नी बार-बार बेहोश हो जा रही हैं. आसपास की महिला उन्हें चुप करा रही हैं.

फायरिंग में 5 जवानों की मौत: बता दें कि अमृतसर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के शिविर में एक कर्मी ने रविवार को कथित रूप से गोलीबारी कर दी. घटना में बीएसएफ के कम से कम पांच कर्मियों की मौत हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना पूर्वाह्न साढ़े नौ से पौने 10 बजे के बीच उस समय हुई जब कांस्टेबल सातेप्पा एसके ने अपनी सर्विस राइफल से अपने पांच कर्मियों पर कथित रूप से गोलीबारी कर दी.

एक जवान की स्थिति गंभीर: अधिकारियों ने बताया कि जिन कर्मियों की मौत हुई, उनमें गोलीबारी करने वाला जवान भी शामिल है. अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उसने स्वयं को गोली मारी या वह किसी अन्य की गोलीबारी में मारा गया. यह घटना भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अटारी-वाघा सीमा क्रॉसिंग से करीब 12-13 किलोमीटर दूर खासा इलाके में 144वीं बटालियन के परिसर में हुई. गोलीबारी में घायल हुए छठे जवान की स्थिति गंभीर है और वह अस्पताल में भर्ती है. गोलीबारी की चपेट में आने वालों में कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल रैंक के कर्मी शामिल हैं.

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Last Updated : Mar 6, 2022, 9:39 PM IST
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