गोपालगंज : 'फूल नहीं चिंगारी हैं, हम भारत की नारी हैं' समेत कई नारे लगाते हुए आंगनबाड़ी सेविकाओं ने प्रदर्शन किया. गोपालगंज जिला मुख्यालय के अंबेडकर चौक के पास अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर धरना दिया. साथ ही सरकार से मांग पूरी नहीं होने पर 'ईंट-से-ईंट बजाने' की चेतावनी तक दे डाली.
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गोपालगंज में आंगनबाड़ी सेविकाओं का प्रदर्शन : दरअसल, पांच सूत्री मांगो को लेकर गोपालगंज में भी राज्यव्यापी आंदोलन के तहत आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं ने धरना दिया. इस दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी मांगे रखी. साथ ही मांगे पूरी नहीं होने के बाद चरणबद्ध आंदोलन करने की चेतावनी दी.
राज्यव्यापी हो रहा है प्रदर्शन : बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा चल रहे हड़ताल के तहत शहर के अंबेडकर चौक के पास जिले के विभिन्न प्रखंड की आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं ने शनिवार को अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा की बिहार सरकार द्वारा अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि 10000 सुनिश्चित किया जाय.
क्या हैं मांगें ? : आंगनबाड़ी सेविकाओं का कहना है कि ग्रेच्युटी भुगतान करना सुनिश्चित किया जाय. केंद्र सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए क्रमशः ग्रेड सी और ग्रेड डी में समायोजित किया जाय. जबतक सरकारी कर्मचारी का दर्जा प्राप्त नहीं हो जाता है तबतक सेविकाओं को 25000 और सहायिकाओं को 18000 प्रतिमाह मानदेय राशि दी जाय.
''योग्य सहायिका से सेविका बहाली के लिए अतिरिक्त 10 अंक बोनस देने का प्रावधान को लागू किया जाय. सेविका से पर्यवेक्षिका तथा सेविका/सहायिका के रिक्त सभी पदों पर अविलंब बहाली सुनिश्चित की जाय. 16 मई 2017 एवं 20 जुलाई 2022 के समझौते के लंबित मांगों को लागू किया जाय. हमारी मांगे पूरी होने तक आंगनबाड़ी का कार्य पूरी तरह ठप रहेगा.''- प्रदर्शनकारी आंगनबाड़ी सेविका