गया: नेहरू युवा केंद्र की तरफ से आयोजित राष्ट्रीय एकता शिविर के दूसरे दिन की शुरुआत आर्ट एंड लिविंग के योग गुरु वीरेंद्र आचार्य ने योग करवा कर किया. इसके बाद इस कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित औरंगाबाद के सांसद सुशील सिंह, नेहरू युवा केंद्र के राज्य निदेशिका डॉ. कुमारी ज्योत्सना, मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद सहित मौके पर मौजूद अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया.
वहीं, इस दौरान उड़ीसा के युवा प्रतिनिधियों की तरफ से गणेश वंदना की गई. असम, बिहार, उत्तर प्रदेश और राजस्थान की तरफ से सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए.
'युवा ही हैं भारत के भविष्य'
औरंगाबाद के सांसद सुशील सिंह ने कहा कि देश की एकता और अखंडता को लेकर इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन आवश्यक है. उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री इस क्षेत्र में काफी सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं. धारा 370 हटना भी इसी का एक उदाहरण है. गया हो या गुवाहाटी 'अपना देश-अपनी माटी' के उद्देश्य के साथ हम सभी युवा भारत की एकता और अखंडता के लिए संकल्पित होकर काम करें.
क्लासिकल सॉन्ग के बारे में युवाओं को किया प्रशिक्षित
नेहरू युवा केंद्र की राज्य निदेशिका डॉ. कुमारी ज्योत्सना ने कहा कि युवा ही भारत के भविष्य हैं. इस पर अगर जात-पात और क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर कार्य करेगा, तो निश्चित रूप से भारत को 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' होने में समय नहीं लगेगा. उद्घाटन सत्र के बाद बिहार गौरव गाथा बिहार की टीम ने एक संगीत के माध्यम से अपनी भावनाओं को उपस्थित युवाओं के बीच रखा. इसके बाद संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की तरफ से आए प्रतिनिधियों ने क्लासिकल सॉन्ग के बारे में युवाओं को प्रशिक्षित किया और संगीत प्रस्तुत किया.