गया: जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र के पटीयौना गांव में दहेज की मांग पूरी नहीं होने के चलते नवविवाहिता की हत्या का मामला प्रकाश में आया है. वहीं, आरोप है कि ससुराल वालों ने नवविवाहिता को मार कर साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से मृतका के परिजनों के पहुंचने से पहले ही शव को जला दिया.
मिली जानकारी के अनुसार बांकेबाजार के देल्हों गांव के नारायण गुप्ता की 22 वर्षीय बेटी रिंकी गुप्ता की शादी साल 2018 में पाटियाना के कृष्णा साव के बेटे जितेंद्र से हुई थी. रिंकी अपनी पॉलटेक्निक की पढ़ाई पूरी कर जॉब के तालश में थी. वहीं, उसका पति जितेंद्र पेशे से डॉक्टर बताया जा रहा है. शुरुआत में सबकुछ ठीक-ठाक चल रहा था. लेकिन बीते कुछ महिनों से रिंकी के ससुराल वालों ने दहेज की मांग शुरू कर दी. जिसकी सूचना रिंकी ने अपनी मां सरस्वती देवी को दी. जिसके ठीक कुछ दिन बाद यह घटना हो गई.
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गर्भवती थी नवविवाहिता
मामले पर मृतका के पिता नारायण गुप्ता ने बताया कि सोमवार सुबह दामाद ने फोन कर सूचना दी कि आपकी बेटी की तबियत बहुत खराब है. जब सारे लोग पटीयौना पहुंचे तो पता चला कि रिंकी के शव को जला दिया गया है. वहीं, घर से सारे लोग फरार हैं. नारायण गुप्ता ने बताया कि रिंकी गर्भवती थी. उसके कोख में चार माह का बच्चा था.
बहरहाल संबंधित मामले में नारायण की ओर से दर्ज रिपोर्ट में बताया गया है कि उनकी बेटी की हत्या कर साक्ष्य छुपाने के मकसद से शव को जला दिया गया है. इस मामले में दामाद जितेंद्र साव, समधि-कृष्णा साव, समधन मालती देवी, देवर धर्मेन्द्र कुमार, उपेन्द्र कुमार, विरेंद्र कुमार के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया है. मामले पर थाना प्रभारी रामलखन पंडित ने बताया कि मामले की पड़ताल की जा रही है.