गया : बिहार के गया में बने देश के सबसे लंबे और बिहार का पहला रबर डैम पिछले कई महीनों से सुखा है. इस रबर डैम को गया जी डैम से नामकरण किया गया है. जिला प्रशासन का कहना है कि निर्माण कार्य और सफाई को लेकर पानी की निकासी कर डैम को सूखाया गया है. इसी बीच सोमवार को गया जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने गया जी डैम का मुआयना किया. इस दौरान डीएम द्वारा बताया गया कि जून या बारिश के पहले चल रहे योजनाओं के काम पूरे हो जाएंगे और फिर गयाजी डैम में पानी लबालब रहेगा.
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डीएम ने सोमवार को किया गया जी डैम का मुआयना : जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने सोमवार को गयाजी डैम का मुआयना किया. इस दौरान जिला पदाधिकारी द्वारा कई दिशा निर्देश दिए गए. गयाजी डैम की वर्तमान स्थिति का भी जायजा लिया गया. वहीं, चल रहे निर्माण कार्य को भी देखा गया. डीएम ने इस दौरान बताया है कि जून या बारिश से पहले सारे बचे काम पूरी अच्छी तरह से कर लिए जाएंगे और फिर से गयाजी डैम में पानी होगा.
''गया जी डैम में काम हो रहा है. तकनीकी रूप से डैम की लांगलिटी पर सकारात्मक असर रहेगा. घाट का निर्माण देवघाट की ओर से किया जा रहा है. सीएम के निर्देश के अनुसार सीतापथ बना है , जिसकी दूरी 538 मीटर के आसपास में सीता कुंड पड़ता है. यहां पेपर ब्लॉक और नाला निकासी करने का कार्य चल रहा है. जल संसाधन विभाग द्वारा दो महीने पहले बताया गया कि गया जी डैम से पानी निकाली गई है. इस बार जून या इसके पहले सब काम अच्छे से पूरा कर लिया जाएगा और फिर से गया जी डैम में पानी आ जाएगा.''- डॉक्टर त्यागराजन एसएम, डीएम, गया
विष्णुपद मंदिर प्रबंधक समिति ने की थी मांग : गौरतलब हो, कि करीब 400 करोड़ की लागत से बने गया जी डैम के कई महीने से सूखे रहने को लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे थे. वहीं, फल्गु नदी और गयाजी डैम में पानी की समस्या को लेकर विष्णुपद प्रबंध कारिणी समिति के अध्यक्ष शंभूलाल विट्ठल के द्वारा गया जिला पदाधिकारी को अवगत कराया गया था. डीएम ने इस आलोक में भी सोमवार को मुआयना किया. विष्णुपद प्रबंध कारिणी समिति द्वारा बताए गए इश्यु पर चर्चा की गई. वहीं, डीएम द्वारा यह भी बताया गया है कि डेढ़ महीने पहले यह बताया गया था, कि जल संसाधन विभाग द्वारा सफाई व विभिन्न बचे कार्यों को लेकर गया जी डैम में से पानी निकाली गई है.