गया: जिले में सरकार की सात निश्चय योजना दम तोड़ती दिख रही है. ऐसा लग रहा है कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पक्की सड़क और गली-नाली योजना कागज पर ही सिमट कर रह गई है. जिले के गुरारू प्रखण्ड के वभनी गांव के लोगों ने अधिकारियों की अनदेखी करने पर श्रमदान कर एक किलोमीटर सड़क बना दिया.
बताया जा रहा है कि इस गांव के लोगों को बरसात के समय में गांव से बाहर जाने में काफी परेशानी होती थी, लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे थे. इससे तंग आकर लोगों ने अपने खेत की मिट्टी काटकर सड़क बना दी.
जनप्रतिनिधि और अधिकारियों ने नहीं की सुनवाई
ग्रामीणों ने बताया कि वभनी गांव से नहर तक करीब डेढ़ किलोमीटर सड़क की भराई होनी थी. इसके लिए अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई, लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की. फिर गांव वालों ने आपस में बैठक कर चंदा जमा किया और कोरोना महामारी के समय में भी खुद मेहनत कर सड़क निर्माण कर दिया.
सड़क पर ईट डालने के लिए ग्रामीणों ने किया चंदा जमा
इसके अलावे ग्रामीणों ने बताया कि लोग सड़क पर मिट्टी तो खेतों से काटकर दे देंगे, लेकिन उस पर ईट डालने के लिए ग्रामीणों ने आपस में चंदा इकट्ठा किए है. इसके लिए गांव वालों ने करीब एक लाख रुपये खर्च करने पड़े हैं.