गया: चीन ( China ) में पढ़ने गए गया के रहने वाले छात्र अमन नागसेन ( Aman Nagsen ) की संदेहास्पद मौत का मामला अब तूल पकड़ना शुरू कर दिया है. मृतक के शव को भारत लाने को लेकर रविवार को भारी संख्या में आक्रोशित लोगों और छात्रों ने पुलिस लाइन ( Police Line ) स्थित मृतक के आवास से विभिन मुख्य मार्ग होते हुए गया समाहरणालय तक कैंडल मार्च ( Candle March) निकाला.
ये भी पढ़ें:अमन के शव को भारत लाने का प्रयास हुआ तेज, आज मिलेगी जानकारी
कैंडल मार्च के माध्यम से लोगों ने केंद्र और बिहार सरकार से मृतक के पार्थिव शरीर को भारत लाने की गुहार की. कैंडल मार्च को देखते हुए भारी संख्या में जिला प्रशासन की पुलिस मुस्तैद रही. डीएसपी राज कुमार खुद कैंडल मार्च के साथ-साथ चलते नजर आए.
परिजन सरकार से मृतक के पार्थिव शरीर को गया लाने की बात कह रहे हैं. परिजनों में इस बात की भी नाराजगी है कि अगर किसी बड़े नेता या अन्य लोगों के साथ इस तरह की घटना होती तो सरकार तुरंत एक्शन में आती. परिजनों ने कहा कि इस मामले में गया के डीएम सहित किसी भी प्रकार के नेता और वार्ड पार्षद परिजनों से मिलने तक नहीं पहुंचे.
नागसेन अमन की मौत अभी संदेहास्पद बनी हुई है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने अमन की मौत को हत्या करार दिया है. परिजन अब हत्या और मौत की जंजाल से निकलकर अपने मृत बेटे का शव देखने के लिए बेताब हैं, जिसे बड़ी उम्मीद से विदेश पढ़ने भेजा था.
गौरतलब है कि गया के पुलिस लाइन स्थित अंबेडकर नगर के रहने वाले बीजीपी नेता किशोर पासवान के बड़े भाई उदय पासवान के इकलौते पुत्र अमन नागसेन दो साल पहले चीन के तियान जिन यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल बिजनेस स्टडी का कोर्स कर रहा था और यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता था. शुक्रवार को परिजनों को फोन से सूचना मिली कि नागसेन अमन की मौत हो गई है.
हालांकि मौत किन कारणों से हुई है, इसकी जानकारी नहीं दी गई और फोन को काट दिया गया. जिसके बाद किसी तरह का कोई संपर्क नहीं हो रहा है. वहीं परिजन अब केंद्र सरकार से चीन की सरकार से वार्ता कर मृतक के शव को गया लाने की गुहार लगा रहा है.
ये भी पढ़ें:चीन में पढ़ने गए बिहार के छात्र की मौत, भाजपा सांसद ने की विदेश राज्य मंत्री से संज्ञान लेने की मांग