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बिहार : गिरफ्तार बांग्लादेशी आतंकी की पत्नी बोली- फेरी में कपड़ा बेचते थे मेरे पति

जिले के बुनियादगंज के पठान टोली से कोलकाता एटीएस ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से प्रतिबंधित बांग्लादेशी आंतकवादी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन के एक सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया.

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Published : Aug 27, 2019, 3:23 AM IST

Updated : Aug 27, 2019, 11:23 AM IST

गया: जिले के बोधगया में पकड़े गए बांग्लादेशी आतंकवादी के घर मीडिया की टीम पहुंची. पहचान बदल कर रह रहे आतंकी की पत्नी ने कहा कि उसका पति फेरी का काम करता था. वह सुबह से फेरी का काम करने के नाम पर घर से निकल जाता था.

पत्नी ने बताया कि सुबह 6 बजे पुलिस आई थी. उसके पति को घर से उठा कर ले गई. घर से एक लैपटॉप, कुछ फोन और कई कागजात भी अपने साथ ले गई. इस दौरान वह बार-बार कहती रही कि उसका पति कपड़ा बेचता है. लेकिन, किसी ने उसकी नहीं सुनी.

एजाज की पत्नी और स्थानीय लोगों के बयान.

स्थानीय लोगों का बयान
इस संबंध में स्थानीय निवासी रिजवान अहमद ने बताया कि वह हमेशा एजाज को कपड़ा बेचते देखता था. जब पत्रकार ने इस घटना के बारे में सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस घटना की जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि वह सिर्फ कुछ पुलिस को ही एजाज को ले जाते देखे थे. वहीं, दूसरे स्थानीय निवासी बताते हैं कि उन्हें इस शख्स के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि वह बहुत कम ही उसे यहां देखा करते थे.

gaya
स्थानीय लोगों की भीड़

यहां से पकड़ा गया आतंकी
बता दें कि जिले के बुनियादगंज के पठान टोली से कोलकाता एटीएस ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से प्रतिबंधित बांग्लादेशी आंतकवादी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन के एक सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया था. वह यहां नाम और काम बदल कर रहा करता था. आतंकी यहां फेरी में कपड़ा बेचने का काम करता था.

इतने मामले हैं आतंकी पर दर्ज
आतंकी एजाज अहमद की पत्नी शबाना ऑफ कैमरा हिंदी में बात कर रही थी. जैसे ही कैमरा ऑन हुआ , बंगाली भाषा मे बोलने लगी. शबाना ने ही बताया उसके पति का दो नाम है. पहला मो यूसुफ दूसरा एजाज अहमद. गौरतलब है कि एजाज अहमद के खिलाफ एसटीएफ थाना कांड संख्या 6-19 में मामला दर्ज हुआ है. फिलहाल इस मामले में बुनियादगंज थाना के थानेदार से लेकर पुलिस कप्तान तक चुप्पी साधे हुए हैं.

गया: जिले के बोधगया में पकड़े गए बांग्लादेशी आतंकवादी के घर मीडिया की टीम पहुंची. पहचान बदल कर रह रहे आतंकी की पत्नी ने कहा कि उसका पति फेरी का काम करता था. वह सुबह से फेरी का काम करने के नाम पर घर से निकल जाता था.

पत्नी ने बताया कि सुबह 6 बजे पुलिस आई थी. उसके पति को घर से उठा कर ले गई. घर से एक लैपटॉप, कुछ फोन और कई कागजात भी अपने साथ ले गई. इस दौरान वह बार-बार कहती रही कि उसका पति कपड़ा बेचता है. लेकिन, किसी ने उसकी नहीं सुनी.

एजाज की पत्नी और स्थानीय लोगों के बयान.

स्थानीय लोगों का बयान
इस संबंध में स्थानीय निवासी रिजवान अहमद ने बताया कि वह हमेशा एजाज को कपड़ा बेचते देखता था. जब पत्रकार ने इस घटना के बारे में सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस घटना की जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि वह सिर्फ कुछ पुलिस को ही एजाज को ले जाते देखे थे. वहीं, दूसरे स्थानीय निवासी बताते हैं कि उन्हें इस शख्स के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि वह बहुत कम ही उसे यहां देखा करते थे.

gaya
स्थानीय लोगों की भीड़

यहां से पकड़ा गया आतंकी
बता दें कि जिले के बुनियादगंज के पठान टोली से कोलकाता एटीएस ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से प्रतिबंधित बांग्लादेशी आंतकवादी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन के एक सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया था. वह यहां नाम और काम बदल कर रहा करता था. आतंकी यहां फेरी में कपड़ा बेचने का काम करता था.

इतने मामले हैं आतंकी पर दर्ज
आतंकी एजाज अहमद की पत्नी शबाना ऑफ कैमरा हिंदी में बात कर रही थी. जैसे ही कैमरा ऑन हुआ , बंगाली भाषा मे बोलने लगी. शबाना ने ही बताया उसके पति का दो नाम है. पहला मो यूसुफ दूसरा एजाज अहमद. गौरतलब है कि एजाज अहमद के खिलाफ एसटीएफ थाना कांड संख्या 6-19 में मामला दर्ज हुआ है. फिलहाल इस मामले में बुनियादगंज थाना के थानेदार से लेकर पुलिस कप्तान तक चुप्पी साधे हुए हैं.

Intro:गया में बोधगया के महाबोधि मंदिर में बम विस्फोट के बाद आंतकियो का पकड़ाने का सिलसिला जारी है। आतंकी नाम बदलकर गया के तंग गलियों में आशियाना खोज अपने काम का अंजाम देने का काम करते हैं। बुनियादगंज थाना क्षेत्र के पठान टोली में बंगलादेश के जीएमबी संगठन के सदस्य नाम बदलकर रह रहा था। आज तड़के सुबह एटीएस ने धर दबोचा। गिरफ्तार आतंकी की पत्नी ने कहा असली नाम मो यूसुफ हैं, वो फेरी कर कपड़ा बेचता था।


Body:कपड़े ले लो, बच्चों की कपड़े ले लो ये आवाज हर गली में फेरीवाला का सुनाई पड़ता है। गया के गलियों में बंगलादेश के आतंकी संगठन के जमात उल मुजाउद्दीन के सदस्य मो.यूसुफ फेरीवाला बनकर कपड़ा बेचता था। गिरफ्तार आतंकी एजाज अहमद सुरक्षा एजेंसियों से बचने के लिए नाम,कामऔर ठिकाना भी बदल दिया था। 10 सालो तक पुलिस के चंगुल से दूर था। गया में कई ठिकाना बदला अल्पसंख्यक इलाको में कभी अबगिला , कभी चाकन्द, कभी करीमगंज और अभी मानपुर के पठान टोली में रहता था। 2010 में शबाना नाम की लड़की से शादी किया, दो लड़की और एक लड़का हैं।

मो यूसुफ से बना एजाज अहमद के बारे पठान टोली के लोग नही जानते हैं रिजवान अहमद और मो.कादरी ने बताया ढाई से तीन माह आये हुए शहीद मास्टर के घर मे किराएदार बनकर। हमलोग सुबह देखते थे कपड़ा बेचने के लिए निकल जाता था। किसी से खास मतलब नही रखता था। हमेशा पूरा परिवार घर मे रहता था। इससे ज्यादा हमलोग कुछ नही जानते हैं। सुबह कुछ लोग सादे लिबास आये इसे उठाकर ले गए। किस मामले में ले गए ये भी नही मालूम है।

गिरफ्तार आतंकी अपने बीबी और तीन बच्चों के साथ बुनियाद गंज थानां क्षेत्र के पठान टोली में शहीद मास्टर के घर मे किरायदार बनकर रहता था। सुसज्जित कमरा और 2 बीएचके फ्लैट में रहता था आतंकी, चार स्मार्टफोन और लैपटॉप भी रखता था। फेरीवाला का ये ठाठ बाट देखकर हर कोई को शक होगा।

ईटीवी आतंकी एजाज अहमद के घर पहुँचा, मीडिया से बात करने के दौरान एजाज अहमद की पत्नी शबाना ने बताया पुलिस सुबह लगभग छः बजे आयी मो यूसुफ को अपने साथ ले गए। मुझे कुछ बताए भी नही किसलिए और कहा ले जा रहे हैं। घर से कागजात, लैपटॉप, चार मोबाइल भी ले गया। मो युसुफ़ से 2010 में शादी हुआ था। अभी तीन बच्चे है। मेरा पति गली गली में जाकर कपड़ा बेचने का काम करते हैं। हालांकि आतंकी संगठन के जुड़ने वाले सवाल पर शबाना ने कुछ नही बोली।


Conclusion:आतंकी एजाज अहमद की पत्नी शबाना ऑफ कैमरा हिंदी में बात कर रही थी जैसे ही कैमरा ऑन हुआ , बंगाली भाषा मे बोलने लगी। शबाना ने ही बताया मेरे पति का दो नाम है पहला मो यूसुफ दूसरा एजाज अहमद।

एजाज अहमद के खिलाफ एसटीएफ थाना कांड संख्या 6-19 में मामला दर्ज हुआ है। फिलहाल इस मामले में बुनियादगंज थाना के थानेदार से लेकर पुलिस कप्तान तक चुप्पी साधे हुए हैं।
Last Updated : Aug 27, 2019, 11:23 AM IST
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