गया: बाराचट्टी प्रखंड के जमुहार गांव में जाने के लिए पक्की सड़क नहीं है. दस साल पहले बना सड़क गड्डे में तब्दील हो गया है. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि 10 सालों में सड़क का सुध लेने अधिकारी और जनप्रतिनिधि तक नहीं आया.
किसानों और स्वरोजगार के लिए बाधक
गौर है कि बाराचट्टी से जमुहार गांव जाने के लिए सड़क का निर्माण तत्कालीन विधायक जीतनराम मांझी ने करवाया था. सड़क निर्माण होने से गांव में विकास की बयार बह गया था, लेकिन तीन सालों से खराब सड़क के कारण किसानों और स्वरोजगार के लिए बड़ी समस्या बन गया है.
वादा नहीं हुआ पूरा
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि गांव के लिए पांच साल पूर्व प्रत्याशी को तौर पर विधायिका आई थी. उन्होंने सभी गांव में घूमकर सड़क निर्माण का वादा किया था. वह वादा आज तक पूरा नहीं हो पाया है. सड़क की बदहाली से चार पहिया वाहन भी नहीं आते है.
लॉकडाउन के बाद टेंडर होगी जारी
वहीं बाराचट्टी विधायक समता देवी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण सड़क निर्माण पेडिंग में पड़ गया है. 6 सितंबर को लॉकडाउन समाप्त होने के बाद एक सप्ताह में जमुहार गांव जाने वाली रास्ता का टेंडर हो जाएगा.