गया: इस बार रावण दहन कार्यक्रम को लेकर दशहरा कमेटी गया के द्वारा विशेष आयोजन किया गया है. रथ यात्रा स्टेशन रोड से निकलेगी, जो कि विभिन्न मार्गों से होते हुए गया के गांधी मैदान को पहुंचेगी. इस रथ यात्रा में घोड़े ऊंट भी होंगे. भव्य रथ यात्रा निकाले जाने की तैयारी की गई है. वहीं इस बार डमरु बजेगी तो गुलाल भी उड़ेगा. यह डमरू बनारस से विशेष तौर पर मंंगाए गए हैं, जो कि आकर्षण का केंद्र होगा.
डमरू की थाप पर उड़ेंगे गुलाल: गया में रावण दहन देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. गया शहर के गांधी मैदान में रावण दहन का कार्यक्रम काफी प्रसिद्ध है. रावण दहन कार्यक्रम को लेकर आयोजन और जिला प्रशासन के द्वारा संयुक्त रूप से मिलकर तैयारी को अंतिम रूप दे दिया गया है. इस बार सुरक्षा के व्यापक व्यवस्था किए गए हैं.
सुरक्षा के चाक चौबंद होंगे इंतजाम: पांच वॉच टावर बनाए गए हैं, जिससे चारों ओर निगरानी रखी जाएगी. वहीं, ड्रोन भी उड़ाए जाएंगे और उससे पैनी नजर होगी. 500 से अधिक की संख्या में बलों की तैनाती रहेगी. वहीं पुलिस प्रशासन के द्वारा गया के गांधी मैदान में रावण दहन को देखते हुए पूरी तरह से बैरिकेडिंग की गई है. दर्शक दीर्घा को मजबूती से बैरिकेडिंग कर बनाया गया है.
60 फीट का होगा रावण का पुतला: इस बार रावण का पुतला 60 फीट का होगा. वहीं कुंभकर्ण का पुतला 55 फीट और मेघनाथ का 50 फीट का बनाया गया है. रावण दहन कार्यक्रम भारी आतिशबाजी के साथ संपन्न होगी.
सारी तैयारी कर ली गई है पूरी: इस संबंध में दशहरा कमेटी गया के आयोजन मंडल के उपाध्यक्ष रणजीत कुमार ब्रह्मपुरिया ने बताया कि रावण दहन कार्यक्रम को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. इस बार इस कार्यक्रम में कुछ खास आयोजन है. एक ओर जहां रथ यात्रा में घोड़े ऊंट को शामिल किया गया है, तो दूसरी ओर डमरू से अबीर गुलाल उड़ेंगे.
"घोड़े और ऊंट के साथ ही डमरू से गुलाल उड़ाने की व्यवस्था बड़ा आकर्षण का केंद्र होगा. रावण दहन के बाद आतिशबाजी आकर्षक होगी. रावण दहन की परंपरा कई दशकों से दशहरा कमेटी के द्वारा की जा रही है."- रणजीत कुमार ब्रह्मपुरिया, उपाध्यक्ष, दशहरा कमेटी आयोजन समिति