गया: कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने देर शाम जिले के अतिथिशाला में आला अधिकारियों के साथ बैठक कर पशुपालन विभाग की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी ली. उन्होंने पशुपालन विभाग के क्षेत्रीय निदेशक, मगध डॉ तरुण कुमार उपाध्याय और जिला पशुपालन पदाधिकारी, डॉ सुधीर कुमार सिन्हा के साथ लॉकडाउन-4 में कृषी संबंधी चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा की.
बैठक में कृषी मंत्री ने लॉकडाउन-4 में पशु चिकित्सालयों के खुलने, पशु चिकित्सकों के अस्पतालों में उपलब्ध रहने, दवाईयों की उपलब्धता, पशु टीकाकरण, पशु बंध्याकरण, पशुओं के चारा की उपलब्धता और वितरण आदि की जानकारी ली. प्रेम कुमार ने कहा कि जिले में 56 पशु चिकित्सालय हैं. लॉकडाउन-4 में सभी पशु चिकित्सालय खुल रहे हैं. साथ ही पशु चिकित्सक निःशुल्क पशुओं का ईलाज कर रहें हैं.
क्षेत्रीय निदेशक को दिया गया निर्देश
कृषी मंत्री ने बताया कि क्षेत्रीय निदेशक को जिले में काफी समय से बंद पडे़ तरल नाईट्रोजन बनाने वाले प्लांट लिन्ट-10 को चालू कराने का प्रस्ताव विभाग को भेजने का निर्देश दिया गया है. जिससे कृत्रिम गर्भाधान के लिए सीमेन स्टिक आदि सामग्रियां सुगमता से उपलब्ध हो सके.
2 जून को होगी समीक्षा बैठक
प्रेम कुमार ने कहा कि 2 जून को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए राज्य के सभी जिला पशुपालन पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की जाएगी. साथ ही वर्तमान में खुरपका, मुंहपका और अन्य बिमारियों के हो रहे टीकाकरण आदि की प्रगति की समीक्षा की जाएगी.