गया : बिहार के गया (Gaya) जिले के सबसे बड़े अस्पताल एएनएमएमसीएच (ANMMCH) की बारिश के बाद स्थिति नारकीय हो गयी है. हॉस्पिटल परिसर में गंदगी का अंबार लगा है. जिस वजह से परिसर के चारों तरफ सिर्फ सूअर ही सूअर ही देखने को मिल रहे हैं. वहीं अस्पताल में कोविड, जेई और एईएस के मरीजों के लिए बेड सुरक्षित रखा गया है. वहीं अस्पताल प्रशासन का दावा है कि जापानी इंसेफलाइटिस (JE) और एईएस ( AES ) से निपटने के लिए तैयारी पूरी कर ली गयी है. लेकिन इस तस्वीर ने बदइंजामी की सारी पोल खोल दी है.
अस्पताल की लापरवाही उजागर
जानकारी के मुताबिक, जापानी बुखार का वाहक सूअरों को माना जाता है. कोविड महामारी और जापानी इंसेफलाइिटस, एईएस की दस्तक की आशंका के बीच अस्पताल परिसर में सूअर का घूमना अस्पताल प्रशासन की कार्यशैली को उजागर करता है. प्रदेश सरकार के बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के दावों की भी पोल खुलती नजर आ रही है. अस्पताल परिसर के सीसीटीवी कैमरे की जद में आने के बाद भी लावारिस सूअरों को अस्पताल परिसर से बाहर करने की कार्रवाई नहीं की जा रही है.
'अस्पताल परिसर के पिछले कोने में कुछ लोग रहते है. वहीं लोग यहां सूअर चराते हैं. इनको हटाने का प्रयास किया गया लेकिन ये लोग हटते नहीं है. जिला प्रशासन ने भी कोशिश की है लेकिन अबतक कोई समाधान नहीं निकला. अस्पताल निर्माण का काम चल रहा है. जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाल लिया जायेगा.' :- पीके अग्रवाल, उपाधीक्षक, ANMCH
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